उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल- आज फिर एक बार 108 का इंतजार करना इंतजार ही बनकर रह गया! रिखणीखाल ब्लॉक के पैनो पट्टी के अंतर्गत आने वाले सिमलगाव के भरत सिंह की तबीयत कल सुबह 4 बजे के करीब खराब हुई तो परिजनों ने 108 पर कॉल की तो जवाब मिला 8 बजे तक ही एम्बुलेंस आ पायेगी मगर 10 बजे तक इंतजार के बाद भी कोई एम्बुलेंस नही पहुँची। काफी इंतजार के बाद किसी तरह से एक नीजि कार द्वारा भरत सिंह जी को नजदीकी निजी क्लिनिक लाया गया जहाँ उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया मगर आराम न मिलने पर दोपहर 3 बजे डॉ ने पीड़ित को कोटद्वार या देहरादून सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा मगर परिजनों को फिर वही वाहन की समस्या सामने नज़र आई तो 108 से संपर्क साधने की असफल कोशिश की गई। पहाड़ो की भौगोलिक स्थिति और सुरक्षा की दृष्टि से देखें तो शाम 3 बजे के बाद कोई टैक्सी और बस पहाड़ो से मैदानी शहरों की तरफ न तो आती है न ही कोई आने को राजी ही होते हैं! चिंतित परिजनों ने जब बमणगाँव – पानीसेन निवासी प्रेम चन्द देवरानी को मरीज की गंभीर हालत के बारे बताया और कोटद्वार चलने को कहा तो वो बिना देर करे तैयार हो गये और मरीज को शाम 7 बजे कोटद्वार सरकारी अस्पताल पहुँचा दिया जहाँ मरीज को आपातकालीन वार्ड में भर्ती किया गया है। प्रेम देवरानी अभी भी परिजनों के साथ अस्पताल में ही मौजूद हैं।
शहीद परिवार से संबंधित प्रेम चन्द देवरानी ने दिसम्बर 2017 में रिखणीखाल डिग्री कॉलेज परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री जनता दरबार में क्षेत्र की कई समस्याओं को लिखित रूप में मुख्यमंत्री को भी दिया था जिनमें रिखणीखाल अस्पताल और 108 सेवा में सुधार को मुख्य रूप से रखा था।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट