उत्तराखंड:कांग्रेस नेत्री ने अनुशासनहीन की बात पर तोड़ी चुप्पी

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने जो नोटिस मुझे जारी किया है उस पर मैं अपना जवाब सार्वजनिक रूप से ही जारी कर रही हूं, क्योंकि यह नोटिस किसी संवैधानिक प्रक्रिया के अंतर्गत मुझे देने के बजाय सोशल मीडिया पर जारी किया गया है।

श्रीमान राणा जी अध्यक्ष अनुशासन समिति कृपया इन तथ्यों पर अवश्य गौर करें
1. वर्तमान में में कांग्रेस पार्टी की साधारण सदस्य के रूप में नहीं हूं क्योंकि अपनी पूर्व सदस्यता को पुनः रसीद कटवा कर सदस्यता को अनवरत नहीं रखा गया है।
2. कांग्रेस पार्टी के प्रति मेरी विचारधारा कांग्रेस को मजबूत करने के लिए उपयोगी होनी चाहिए थी, जिसका लाभ उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी को लेना चाहिए। कांग्रेस की खामियों को उजागर करना कांग्रेस को मजबूत करने का ही हिस्सा है।
3. कांग्रेसी विचारधारा के पक्ष में लिखना मेरा निजी अधिकार है जो पार्टी की सांगठनिक परंपराओं में नहीं बन सकता, इसीलिए कांग्रेस की सदस्यता को अनवरत न रखने का यह महत्वपूर्ण कारण है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी देश की राजनीति की आत्मा है इस पर किसी मंडली का कोई अधिकार नहीं हो सकता, जो निजी हित के लिए पार्टी का दुरुपयोग करते हों।
4. श्रीमान राणा जी आप के नोटिस दिए जाने की दिनांक में मैं कांग्रेस की सदस्य नहीं हूं, कांग्रेस विचारधारा के समर्थक हूं, आपने मुझे नोटिस कर और उससे भी आगे बढ़ कर उसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करके मेरे निजी मान एवं सार्वजनिक जीवन के सम्मान का हनन करने का प्रयास किया है। मेरे द्वारा शीघ्र ही मानहानि का नोटिस आपकी सेवा में प्रस्तुत हो जाएगा।
5. राज्य की कांग्रेस महिलाओं दलित एवं पिछड़े नेताओं के अपमान का इतना रिकॉर्ड बना चुकी है। जो उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है।
(महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सरिता आर्य, श्रीमती वर्मा, श्रीमती कमलेश रमन आदि अनेक उदाहरण मौजूद है)
6. कांग्रेस विचारधारा एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर मुझे पूरा विश्वास है और कांग्रेस के पक्ष में लिखने का मेरा नागरिक अधिकार है जो किसी राज्य की कमेटी अथवा उनके अगल-बगल चापलूसों की मंडली कभी भी नहीं छीन सकती हैं।

मेरे लिए नोटिस के जवाब के रूप में इतना ही तथ्य पर्याप्त है यदि आवश्यकता हुई तो तथ्यों का पिटारा तैयार है। भ्रष्टाचारी बेईमान और असामाजिक तत्व किसी भी स्तर पर कांग्रेस पार्टी का हिस्सा कभी नहीं हो सकते। कांग्रेस को कमजोर करने का जो भी प्रयास करेगा, उसके खिलाफ संघर्ष कर कांग्रेस को मजबूत करना, मेरा स्वतंत्र निजी अधिकार है।

– वंदना गुप्ता, कार्यकर्ता ,भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
-इन्द्रजीत सिंह असवाल, पौड़ी गढ़वाल

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