* लिस्ट देखने उमड़ी भीड़
बरेली। जनपद मे इस बार शराब की दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए ई-लॉटरी प्रणाली अपनाई गई। सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव सौरभ बाबू, डीएम रविंद्र कुमार, एसएसपी अनुराग आर्य और आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी मे 578 शराब की दुकानों का आवंटन किया गया। केवल चार देसी शराब की दुकानों को ही संचालक नही मिल सका है। प्रमुख सचिव सहकारिता व नोडल अधिकारी सौरभ बाबू की निगरानी में ई-लॉटरी के जरिए दुकानों के लाइसेंस दिए गए। इसमें 390 देसी शराब, 160 बीयर व विदेशी शराब की बिक्री के लिए कंपोजिट शॉप, 16 मॉडल शॉप और छह भांग के ठेकों का लाइसेंस तय किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार की नई शराब नीति के तहत इस बार बीयर और अंग्रेजी शराब की बिक्री एक ही दुकान से करने की व्यवस्था लागू की गई है। इस बदलाव के चलते बड़ी संख्या में कारोबारियों ने आवेदन किया था। 16 से 27 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे, जिसके बाद संजय कम्युनिटी हॉल में ई-लॉटरी के माध्यम से दुकानों का आवंटन किया गया। आवंटन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिन आवेदकों को दुकानें मिली। उनकी सूची सार्वजनिक रूप से चस्पा कर दी गई। इसके बाद बड़ी संख्या में आवेदक अपना नाम तलाशने के लिए पहुंचने लगे। कुछ आवेदकों के चेहरे पर खुशी दिखी तो कुछ को मायूसी का सामना करना पड़ा। एडीएम सिटी सौरभ दुबे ने बताया कि इस बार शराब की दुकानों का आवंटन पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे। उन्होंने कहा कि सरकार की नई नीति के अनुसार एक अप्रैल से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। बरेली मे शराब कारोबार से जुड़े लोगों के लिए यह ई-लॉटरी प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई जहां प्रशासन की सख्त निगरानी मे निष्पक्ष तरीके से दुकानों का आवंटन किया गया। शराब की दुकान लेने के लिए लॉटरी में कई राजनेता भी शामिल हुए। जहां भाजपा के कुछ नेता दुकान का ठेका दिलाने का आश्वासन देते हुए मिले। वहीं सपा और कांग्रेस के दो बड़े नेता देसी शराब का ठेका पाने में सफल भी रहे। संजय नगर में कांग्रेस के एक नेता और उद्यमी ने सबसे अधिक बिक्री वाली दुकान का ठेका लिया है।।
बरेली से कपिल यादव