शेरगढ़, बरेली। दो वर्ष बाद इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बंद होने के तीन दिन बाद ही शेरगढ़ और बरेली के बीच रोडवेज बसों का संचालन प्रारंभ कर दिया। लोगों की इस समस्या को लेकर खुसरो मेल अखबार ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। कस्बे मे रोडवेज बस पहुंची तो स्थानीय लोगों ने चालक और परिचालक के साथ मिठाई बांटकर खुशी मनाई। हालांकि परिवहन निगम की तरफ से बसों के आवागमन की कोई समय सारिणी जारी नही की गई है। पिछले दो वर्ष से चल रही शेरगढ़ बरेली इलेक्ट्रिक सिटी बसों का संचालन रविवार से बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से महिलाओं, छात्रों समेत विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी समेत दैनिक यात्रियों के बरेली आवागमन मे मुसीबत खड़ी हो गई थी। लोग तीन से चार वाहन बदलकर अधिक समय व रुपये खर्च कर गंतव्य पर पहुंच रहे थे। अब शासन ने परिवहन निगम की रोडवेज बसों का शेरगढ़ बरेली के बीच संचालन शुरू कर दिया। कस्बे मे रोडवेज बस पहुंचने पर लोगों ने चालक और परिचालक को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। यहां डॉ. कामरान खान, प्रदीप मौर्या, पप्पू कश्यप, मदनलाल, अमन कश्यप, सत्यपाल आदि मौजूद रहे। वही देहात रूटों पर ई-सिटी बसों का संचालन बंद होने से यात्री परेशान है वहीं वहीं शहर में ये खाली दौड़ रही हैं। मनौना धाम की सवारियां अधिक होने से 13 बसें अकेले इनका खर्च पूरा कर रही है। शीशगढ़ के यात्री सिटी बस चलाने की मांग कर रहे हैं। शीशगढ़-शेरगढ़ मार्ग पर बसों को बंद कर शहर के तीन रूटों पर चला जा रहा है। नगरीय परिवहन निदेशालय के आदेश पर सिटी बसों का नगरीय क्षेत्र में संचालन किया जा रहा है। शीशगढ़-शेरगढ़ मार्ग पर चलने वाली बसों को बंद करके शहर के तीन रूटों पर चला जा रहा है। तीन दिन में ही कमाई 50 फीसदी से कम हो रही है। इसमें मनौना धाम जाने वाली 13 बसों की कमाई भी शामिल है। सिटी बस से औतन और अधिकतम 15 से 40 रुपये किराया है। ऑटो, ई-रिक्शा 10-25 रुपये में पहुंचा देते है।।
बरेली से कपिल यादव
