बरेली। कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में देश भर में लॉक डाउन 4 लागू किया गया। देशभर में ईद का त्यौहार भी नजदीक आ रहा है जिसमें देशभर के तमाम शहर काजी, उलेमा, मस्जिद इमाम सहित सुन्नी बरेलवी मसलक से भी ईद को सादगी से मनाने और खरीदारी न करने की अपील की गई लेकिन कुछ हल्की फुल्की छूट मिलते ही बाजारों में खरीददारी को भीड़ उमड़ रही है। जिसमें ज्यादातर लोग मुसलमान है जो ईद की तैयारियां जोरों शोरों से कर रहे हैं। खासतौर से मुस्लिम महिलाएं ईद के लिए चप्पल जूते व कपड़ों की खरीददारी करती नजर आ रही हैं। दरगाह से की गई अपील का भी कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। पिछले दिनों दरगाह आला हजरत के प्रमुख मो. सुब्हान रजा खां सहित तमाम उलेमा, इमाम और मुस्लिम संगठनों ने मुसलमानों से अपील की गई थी, जिसमें कहा था कि कोरोना महामारी की वजह से दुनिया भर के लोग परेशान हैं बहुत से घरों में कोरोना से मौत हो जाने के कारण मातम छाया हुआ है। ऐसे मे सादगी के साथ ईद का त्योहार मनाएं लेकिन जैसे-जैसे ईद का त्यौहार नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे लॉक डाउन में छूट मिलते ही भीड़ जुट रही है। मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने भारतीय मुसलमानों से अपील करते हुए कहा है कि रमजानुल मुबारक के महीने में विशेष रूप से आखिरी अशरे में अच्छी तरह से इबादत करें। सरकार द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें और कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दुआ करें। ऐसे हालात में ईद के नाम पर बहुत अधिक फिजूलखर्ची न करें और न ही कपड़े जूते चप्पल ज्वेलरी की खरीदारी करें। बल्कि नए के बजाय पुराने साफ-सुथरे कपड़े ही पहनें। उन पैसों से जरूरतमंदों की मदद करें।।
बरेली से कपिल यादव