इन हादसों का जिम्मेदार कौन?प्रशासन क्यूं नहीं लगाता डग्गामारो पर अंकुश

*यातायात वाहनों को लेकर क्यूं नहीं देता कोई ध्यान

*कब बनेगा जगनेर का बस स्टैंड?

जगनेर/आगरा- थाना क्षेत्र के सरेंधी चौराहे से कुछ ही दूरी पर आज ईको और ट्रक में भिंडत हो गयी जिसमें मौके पर इको ड्राइवर की मौत और आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज के लिये भेजा ।
मंगलवार की सुबह सवारियों से भरी डग्गामार इको जगनेर से आगरा की ओर जा रही थी वहीं सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गयी। टक्कर इतनी जोर दार थी की इको के परखच्चे उड़ गये । जिसमें इको में सवार नरेंद्र पुत्र चपटवा 32 निवासी जारगा बसेड़ी धौलपुर की मौके पर ही मौत हो गयी ।घटना में अनिल पुत्र केसरिया,हाकिम पुत्र रामेश्वर निवासी जारगा बसेड़ी,घनश्याम पुत्र मोहनलाल रिछोहा,धाराजीत पुत्र ओमप्रकाश नयागांव, महेंद्र पुत्र काशीराम,सुमन पुत्री महेंद्र निवासी भवनपुरा,मूलचंद पुत्र सरनाम निवासी जगनेर,अशोक पुत्र रूपसिंह निवासी सरेंधी गंभीर रूप से घायल है ।

हादसों भी सबक नहीं लेते लोग

आगरा जगनेर मार्ग पर यह कोई पहला ऐसा हादसा नहीं हुआ है, इस से पहले भी गयी दुर्घटना हुई हैं और कई लोगों ने अपनी जान गावहीं हैं, लेकिन इन हादसों से ना तो प्रशासन जागता हैं, ना लोग कुछ सीख लेते हैं और ना ही ये डग्गामार वाहनों के चालक सुधारते हैं। यही सब कारण हादसों को निमंत्रण देते हैं।
इको संचालक सरकार के निर्देशों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से दौड़ रहे है ।इको में क्षमता से अधिक सवारियां हादसे का कारण बन रही है।

जगनेर से आगरा तक चलती हैं 200 से अधिक डग्गामार इको, नहीं लगता अंकुश

ना जाने कितने लोग अपनी जान गवा चुके हैं, ना जाने कितनी बार समाचार पत्रों में जगनेर से आगरा चलने वाले डग्गामार वाहनों को लेकर ख़बरें प्रकाशित होती रहती हैं लेकिन इन पर अंकुश आजतक नहीं लगा, जब कोई ऐसी दुर्घटना होती है तो बस कुछ दिन तक असर दिखता है बाद में फिर वही डग्गामारो का आतंक शुरू हो जाता है।

लोग मजबूरी में करते हैं डग्गामारो से सफर

यातायात वाहनों के अभाव में लोग जगनेर से आगरा के लिए डग्गामार वाहनों से सफर करते हैं, क्यूंकि जगनेर से आगरा तक जाना हैं तो इसके लिए आपके पास सिर्फ तीन विकल्प बचते हैं। एक आप निजी वाहन से जाए, रोडवेज बस और तीसरा डग्गामार वाहन, लेकिन रोडवेज समय तो अधिक लेती ही हैं साथ ही हर समय उपलब्ध भी नहीं होती जिस कारण लोगों के पास डग्गामारो से ही सफर करना पड़ता हैं।
कहने को तो जगनेर में बस स्टैंड हैं लेकिन वो जर्जर स्थिति में बंद पड़ा हुआ हैं, लोगों ने बस स्टैंड निर्माण के लिए भी ना जाने कितनी बार मांग की हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। और बसे रोड से ही संचालित होती हैं।

– योगेश पाठक ,आगरा

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