बाड़मेर/राजस्थान- हिन्दू धर्म में रामनवमी को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी दिन भगवान विष्णु ने प्रभु श्रीराम के रूप में धरती पर अपना सातवां अवतार लिया था। तबसे इस तिथि को राम भगवान के जन्मोत्सव यानी की रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। लोगों में भगवान राम के प्रति अटूट श्रृद्धा ओर विश्वास है। यही वजह है कि रामनवमी के दिन पूरा देश राममय हो जाता है। इस दिन भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। हालांकि, कोरोना काल के चलते दो साल यात्रा स्थगित रही, लेकिन इस बार फिर आज रामनवमी पर लोगों द्वारा शोभायात्रा निकाली गईं । इन्सानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं है दुनिया में यह कहना है सरहदी इलाकों में आमजन को देशहित की भावना से ओतप्रोत करने के साथ ही सीमां जन कल्याण समिति और रामनवमी आयोजन समिति के अधिवक्ता अम्बालाल जोशी का जिन्होंने हिन्दू धर्म के बारे में विस्तार से जानकारी दी l
जोशी ने बताया कि भव्य शोभायात्रा में आगे-आगे भगवान श्रीराम की यात्रा चल रही थी तो पीछे-पीछे उनकी सेना हनुमान स्वरूप झाकियां चली .. हालांकि आयोध्या नगरी में तो अलग ही धूम मची हुई है। लोग अपने घरों को ऐसे सजा रहे हैं जैसे मानों दिपावली का पावन पर्व हो। रामलला के कपड़े सिले जा रहे है। रंगों की छटा से पूरी आयोध्या नगरी रंगीन दिख रही है और हो भी क्यों ना, पूरे बाईस वर्ष बाद श्रीवत्स योग में रामनवमी का महोत्सव मनाया गया।
आज जहाँ पर भी देखोगे पूरा देश जय श्री राम का उद्घोश कर रहा है।बाड़मेर शहर में जगह जगह पर हवा में लहराते भगवा ध्वज पर पुष्प वर्षा कर श्रीराम नाम का उद्घोष किया जा रहा है। इसकी तैयारियां पहले ही हो चुकी थी। अयोध्या में मुख्य ध्वज स्थापित किया जा चुका है। नवरात्र समाप्त होने पर श्रीराम नवमी महोत्सव समिति द्वारा बाड़मेर शहर की मुख्य सडकों पर भव्य शोभायात्रा निकाली जा रही है। राम नवमी के अवसर पर देशभर के राम मंदिरों में प्रभु श्रीराम की पूजा अर्चना हो रही है।
जोशी ने बताया कि बाड़मेर शहर के सभी समाजों द्वारा शोभा यात्रा में सम्मिलित होकर एक विशाल झाकियां सहित शोभायात्रा के रूप में जिले की मुख्य सडकों पर भ्रमण किया ।
वकील कुमार कौशल जोशी ने बताया कि श्रीरामनवमी महोत्सव की धूम शिवाला समिति के बीच सबसे ज्यादा है। बता दें शिवाला समिति का गठन सन 1986 में रामनवमी के दिन ही हुआ था। इसी वर्ष अयोध्या में राम जन्मभूमि का न्यायालय के आदेश पर ताला खोला गया था। उस वर्ष पूरे देश में खुशी मनाई गई थी। तबसे लगातार शिवाला और लाठी मोहाल से रामनवमी के दिन विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है। इस बार तो शिवाला की रामनवमी शोभायात्रा में समिति ने राम दरबार में अष्ट धातु की प्रतिमाएं स्थापित करने की तैयारियां की है।
हमारे यहाँ पर भी हजारों लोगों के साथ ही शानदार शोभायात्रा में इस बार देवी-देवताओं की ईक्कावन झांकियां भक्तों को बहुत ज्यादा आकर्षित कर रही हैं।
– राजस्थान से राजूचारण