*सोशल डिस्टनसिंग के साथ अधिवक्ता का श्राद्ध कार्य सम्पन्न
*अब बस यादे ही शेष रह गई है ,अधिवक्ता हीरा लाल हजरा की
बिहार /मझौलिया- यो तो आज से 10 रोज पुर्व व्यवहार न्यायालय के लोकप्रिय अधिवक्ता हीरालाल हजरा बीमारी से हार कर।
चिर निंद्रा में सो गए थे परंतु उनका श्राद्ध कार्य संपन्न होते ही
मझौलिया के अम्बेडकर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। मुखाग्नि उनके सबसे छोटे पुत्र सत्या
ने दी तथा पूरे विधिविधान के साथ श्राद्ध कार्य भी संपन्न कराया।इस दौरान व्यवहार न्यायालय बेतिया में हीरा और मोती नाम से जाने जाने वाला मोती यानी अधिवक्ता आशिक अंसारी तन मन धन के साथ अपने यार के श्राद्ध कर्म में एक पैर पर खड़ा रहा। विदित हो कि सोमवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग आए स्वर्गीय हीरालाल हजरा के तस्वीर पर नम आंखों से पुष्प अर्पित किया तथा
उनकी आत्मा की शांति के लिए परमात्मा से प्रार्थना किया। इसमें प्रमुख प्रतिनिधि सुरेंद्र साह , मुखिया अनिल कुमार बैठा , सरपंच बिहारी राम , पुर्व मुखिया हरि शंकर शर्मा हरि , पूर्व सरपंच सुरेंद्र मुखिया, वार्डसदस्य बिपिन खरवार, छड़ सीमेंट व्यवसाय सुमन कुमार पांडे, अधिवक्ता मोहन राम,अरुण यादव , आदित्य कुमार , संदीप कुमार श्रीवास्तव , पत्रकार संजय पांडे,मुस्लिम जमाल शाश्त्री , राजू शर्मा ,सुमित कुमार , अनिल कुमार शर्मा , सतेंद्र श्रीवास्तव , मुहम्मद शिवली , पूर्व सरपंच खलील अंसारी आदि मुख्य है । बच्चे, बूढ़े ,जवान , स्त्री, पुरूष सभी ने शामिल हो कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना किया।तथा श्रद्धा सुमन अर्पित किया। बताते चलें कि गरीबों की लड़ाई लड़ने वाला, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जंग लड़ने वाला, दलितों का मसीहा, लोजपा का पूर्व प्रखंड अध्यक्ष, जिंदादिल इंसान अधिवक्ता हीरालाल हजरा की यादें ही अब शेष रह गई हैं ।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट