फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने बरेली मंडल के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। झमाझम बारिश से जिले भर के किसानों की धान की फसल पानी में डूब गई। जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा बाजरा और गन्ने की फसल भी खेतों मे गिर गई है। जबकि खेतों में बोई गई सरसों और आलू की फसल को भी नुकसान है। इससे किसान चिंतित है। खेत तालाब बन गए हैं और उसमें धान की पकी व कटी फसल डूब गई है। बारिश के कारण बरेली मंडल मे धान की फसल की भारी तबाही हुई है। बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर सभी जिलों में बुरा हाल है। वही शहर व कस्वे मे सड़कें और मोहल्ले जलमग्न हो गए है। किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश से खेतों में तैयार धान की फसल समेत कई फसलों को भारी नुकसान है। सबसे ज्यादा खेतों में कटी पड़ी फसलों में है, जोकि पूरी तरह से खराब हो जाएगी। किसानों ने नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि किसान पहले से मौसम की मार झेलता चला आ रहा है। इसलिए सरकार अब उन्हें मुआवजा दे। आसमानी आफत के कारण हजारों किसानों की मेहनत बरबाद होने के कगार पर है। किसानों का कहना है कि कर्ज लेकर धान तैयार किया था। जब बेचने का समय आया तो कुदरत के कहर ने पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। किसानों का कहना है कि दो दिन धूप नही खिली तो धान पानी मे पड़े रहने से जमने लगेगा। दरअसल इस समय कटान जोरों पर था। खेतों मे धान की पकी फसल तैयार खड़ी थी और कहीं खेतों में धान काटे पड़े है। बरेली स्मार्ट सिटी मे दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने सिस्टम के दावों की पोल खोलकर रख दी। निचले क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी घुस गया। शहर के नाले उफान पर रहे। भारी बारिश के कारण नाले, सड़क एक हो गए थे। इनके ऊपर से पानी का बहाव हो रहा था। बारिश में मलिन बस्ती हो या पॉश इलाका सभी जगह की सड़कें तालाब नजर आ रही थी। आदर्श सड़क की सर्विस रोड लबालब हो गई। राजेंद्र नगर के साथ इंद्रानगर, जनकपुरी, पटेल नगर समेत कई मोहल्लों की मुख्य सड़के पानी से डूब गयी है। वहीं फतेहगंज पश्चिमी कस्बे के मोहल्ला में सड़कें तालाब बन गई हैं। कस्बे वासियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। नाले अपने उफान पर है।।
बरेली से कपिल यादव