आजमगढ़/मार्टिनगंज – तहसील मुख्यालय पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दस सितंबर को आशा आशा बहू द्वारा जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक कर आशाओं के हो रहे शोषण और धनउगाही के खिलाफ लिखित शिकायत पत्र ज्ञापन के रूप में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को सौंपा था जिसको संज्ञान लेते हुए प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया था। तहसील मुख्यालय पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 10 सितंबर को आशाबहू कल्याण समिति की जिला अध्यक्ष विभा राय की अध्यक्षता में आशा बहू की बैठक हुई थी जिसमें आशाबहू द्वारा बीसीपीएम अनीता चौरसिया, फार्मासिस्ट राधेश्याम यादव एवं स्टाफ नर्स एवं लैब टेक्नीशियन के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाती हुई आशाओं का आर्थिक शोषण करने का भी आरोप लगाया था। इस पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने आशाओं द्वारा दिए गए शिकायती पत्र को संज्ञान लेते हुए संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया था प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ गौरव मिश्रा का कहना है कि बीसीपीएम अनीता चौरसिया द्वारा नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। उनके कार्य में परिवर्तन करते हुए उनका समस्त कार्य भार स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार अस्थाना को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके साथ-साथ उनको क्षेत्र में जाकर लाभार्थियों के बैंक में खाता खोलने में सहयोग करने के लिए कहा गया है इसके साथ-साथ फार्मासिस्ट राधेश्याम यादव द्वारा नोटिस का संतोष जबाव न देने पर उनके कार्य में कटौती करते हुए उनके साथ फार्मासिस्ट विनोद यादव एवं सत्येंद्र कुमार शुक्ला को कार्य के लिए लगाया गया है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर गौरव मिश्रा का कहना था कि जिस भी अधिकारी कर्मचारी खिलाफ स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार एंव दुर्व्यवहार का शिकायत प्राप्त होगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी चिकित्साधिकारी की कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा रहा।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़