बिहार: छपरा जिला के मशरक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेन गेट पर ,सोमवार को भी आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए अस्पताल में कामकाज ठप कर दिया। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आए मरीजों का इलाज नही हो पाया। आशा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के अंदर सुबह में ही प्रभारी डाॅ. अंसारी को घेर लिया तथा नारेबाजी करते हुए मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। अस्पताल के अंदर प्रभारी डाॅ. अंसारी के अलावे कई स्वास्थ्य कर्मी भी थे। हालाकि प्रभारी पहले आशा कार्यकर्ताओं को समझाते रहे, नही मानने पर प्रभारी ने कहा कि पुलिस बुला रहे है। कानुन को हाथ में नही लेने दिया जाएगा। इस पर आशा कार्यकर्ता और भरक गई। तथा नारेबाजी करते हुए मुख्य गेट पर ही धरना प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व गायत्री देवी, गीता देवी, चश्मा देवी, सरोज देवी, अनिता देवी, शिवजानकी देवी, ज्योति देवी, नूतन देवी, ज्ञानती देवी, रम्भा देवी, संहिता देवी, लक्ष्मी देवी कर रही थी। धरना स्थल पर अपने संबोधन में आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूर्ण नहीं होती। हड़ताल जारी रहेगी, आशा कार्यकर्ताओं के हड़ताल पर रहने के कारण प्रसव केंद्र सहित टीकाकरण के काम काज में बाधा उत्पन्न हो रही है। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक ओपीडी हो या टिकाकरण कुछ भी नहीं चलने देंगे, आशा कार्यकर्ता बिहार सरकार पर आशा का शोषण करने, दिन रात डयूटी लेने के बाद भी उन्हें कर्मी नहीं मानने तथा किसी प्रकार की सुविधा नहीं देने का आरोप लगा रही हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने दो हजार में दम नहीं 20 हजार से कम नहीं के नारा भी लगा रही थी। आशा के हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। पीड़ा से परेशान होकर अस्पताल आने वाले गरीबों को बिना इलाज के लौटना पड़ रहा है।
रौशन कुमार, ब्यूरोचीफ- छपरा।