आशाओं से उगाही के मामले में आशा संगिनी पर हुई निलंबन की कार्यवाही

बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। खिरका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में आशाओं से धन बसूली की शिकायत डीएम से की गई थी। डीएम ने जांच करने के निर्देश सीएचसी प्रभारी को दिए थे। जांच कमेटी ने शुरुआती जांच में प्रथम दृष्टया वीडियो के आधार पर दोषी मानते हुए लज्जावती संगिनी को दोषी मानते हुए अग्रिम आदेशों तक निलंबित कर दिया और बीसीपीएम मीना को संदेहात्मक दोषी मानते हुए कठोर चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही निर्देश दिया गया है कि आशा बहनो से वाउचर जमा करने का कार्य बीपीएम की मौजूदगी में करेंगी। पिछले दिनों सीएचसी के क्षेत्र में तैनात आशा गीता देवी ने वहां फैले भ्रष्टाचार की शिकायत सीएम पोर्टल व डीएम से की। आशा ने आरोप लगाया कि तीस आशाओं पर तैनात एक संगनी गृह भ्रमण पर आशा को मिलने वाली धनराशि 250 रुपये में से सौ रुपये और राज्य सरकार द्वारा प्रतिपूर्ति धनराशि चार सौ रुपये में से हर माह 150 रुपये और हर माह की कार्य रिपोर्ट बनाने के बदले मिलने वाली धनराशि 2200 में से 800 रुपये घूंस के रूप में वसूलती है। नहीं देने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। उनके आरोपों का वीडियो जब वायरल हुआ तो अधिकारी हरकत में आए। इस मामले में डीएम कार्यालय से सीएचसी प्रभारी से धन वसूली की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया था। जांच कमेटी की शुरुआती जांच में वीडियो को आधार मानते हुए आशा संगिनी लज्जावती पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही बीसीपीएम मीना को चेतावनी दी गयी है।

आरोप गंभीर है इसलिए त्वरित कार्यवाही की गई है। पूरी जांच होने पर यदि और भी कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजीव शर्मा की मंगलवार से कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगने के कारण किसी अन्य अधिकारी को जांच का कार्य सौंपा जाएगा।
– डॉ. संचित शर्मा, प्रभारी चिकित्साधीक्षक, सीएचसी फतेहगंज पश्चिमी

बरेली से कपिल यादव

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