बरेली। जिले भर में शहर से लेकर देहात तक आवारा पशु व सालों का आतंक छाया हुआ है। अब बरेली में उपद्रवी सानू का रास्ता रोकने के लिए खतरनाक जानवरों को काबू में करने वाली ट्रेंकुलाइज गन रास्ता रोकेगी। आवारा उपद्रवी सांड़ों को ट्रेंकुलाइज करके पकड़ा जाएगा और उसे गो आश्रय स्थल में रखा जाएगा। सर से लेकर देहात तक आवारा पशुओं का आतंक छाया हुआ है। वह लोगों पर हमला व खेती का उजाड़ने का कार्य करते हैं। बाजार में सांड़ों की लड़ाई की वजह से लोग चोटिल हो जाते हैं। कुछ लोगों की सांड़ के हमले से मौत भी हो चुकी है। सांड़ों का इतना आतंक है कि इनके डर से रास्ते बंद हो जाते हैं। पशुपालन विभाग और नगर निगम की टीम खतरनाक सांडो को पकड़ने में नाकाम साबित होती है। प्रदेश में सबसे पहले बरेली में आवारा पशुओं का चोरों को पकड़ने के लिए ट्रेंकुलाइज गन का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रशासन ने पशुपालन विभाग से ट्रेंकुलाइज गन खरीदने को कहा है। शहर और गांव में घूमने वाले उपद्रवी आवारा सांड़ों को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा जाएगा। पशुपालन विभाग ने नगर निगम से ट्रेंकुलाइज गन खरीद कराने को कहा है। नगर निगम के अधिकारी ट्रेंकुलाइज गन खरीदने को तैयार हैं। पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट ट्रेंकुलाइज गन का इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग भी लेंगे। ट्रेंकुलाइज करने के तुरंत बाद सांड़ को गाड़ी में डालकर गो-आश्रय स्थल पहुंचाया जाएगा। ट्रेंकुलाइज करके पकड़े जाने वाले सांड़ों का पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट गो-आश्रय स्थल में बधिया करेंगे। अंडकोष निकलने से सांड़ का गुस्सा काफी हद तक समाप्त हो जाएगा।
उपद्रवी सांड़ों को पकड़ना आसान नहीं होता। कई बार कर्मचारी सांड़ों ने कर्मचारियों पर हमला कर दिया था। अब खतरनाक सांड़ों को पकड़ने के ट्रेंकुलाइज गन खरीदी जा रही है। ट्रेंकुलाइज करके सांड़ को काबू में किया जाएगा। सांड़ों को पकड़कर गो-आश्रय स्थल पहुंचाया जाएगा।
एलके वर्मा, सीवीओ
बरेली से कपिल यादव