बरेली। कोरोनावायरस के चलते अधिकतर लोग आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस बार किसी भी मेले का आयोजन न होने से मेलों में मूर्तिकारो द्वारा बनाए गए मिट्टी के खिलौने नहीं बिक सके है। मगर नवरात्र से शुरू हो रहे सभी त्यौहार घर पर तो मनाए ही जाएंगे। ऐसे में मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए सामान की बिक्री से उनकी आर्थिक स्थिति में अब कुछ सुधार आएगा। ऐसे में अब मां दुर्गा मूर्तिकारों को आर्थिक संकट से उबारेंगी। इस साल कोरोना से बचाव के लिए गणेश महोत्सव व नवरात्र पर भी पंडाल लगाने को मंजूरी नहीं है। जिसके कारण बड़े मूर्तियों की बिक्री तो नहीं हो पाएगी। मगर मिट्टी की छोटी मूर्ति और बर्तनों के कारीगरों को उम्मीद जगी है कि इस नवरात्र मां दुर्गा उनके आर्थिक संकट से उबार सकती है। शनिवार से नवरात्र शुरू हो रहे है। इसके बाद दशहरा फिर करवा चौथ और दीपावली पर इसके कारोबार में चमक आ सकती है। हालांकि दशहरा पर मेले नहीं लगेंगे। घरों में होने वाली पूजा के लिए खरीदी जाने वाली छोटी मूर्तियों मिट्टी के दीपक, करवा आदि की बिक्री तो होगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि मां दुर्गा मूर्तिकारों को आर्थिक संकट से कुछ तो उबारेंगी। शहर के रहने बाले अशोक कुमार प्रजापति ने बताया कि पिछले वर्षों में इन दिनों बिक्री ज्यादा होती थी। उन्होंने बताया कि वह पिछले 25 वर्षों से यही कारोबार कर रहे हैं। शाहमतगंज पुलिस चौकी रोड पर पिछले 10 सालों से दुकान लगा रहे है। कुंभकारी उनका पुश्तैनी काम है मगर इस बार सीवर लाइन निर्माण के लिए सड़क को खोद दिया गया है। ऐसे में वहां दुकान लगाने को अब जगह नहीं मिल पा रही है। इस कारण कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अर्जुन कुमार प्रजापति ने बताया कि कुंभकारों की लगभग 25 दुकाने शाहमतगंज वाली रोड पर लगती थी लेकिन इस बार दुकाने न लगने के कारण उनके आगे समस्या आ गई है। उन्होंने सोचा था कि मूर्तियों की बिक्री इस बार पिछले सालों की तरह ही होगी। इसलिए उन्होंने मथुरा व आगरा से माल मंगाकर अपने गोदाम में भर लिया है। 64 वर्षीय कृष्णा देवी पिछले 45 साल से मिट्टी के दीपक, गुल्लकों की दुकान शाहमतगंज पर लगा रही है। इस बार सड़क की खुदाई के कारण वहां पर दुकान लगाने दे या फिर उन्हें कोई अन्य जगह दिला दे। जिससे वह अपनी दुकान वहां लगा सकें। फतेहगंज पश्चिमी के सब्जी मंडी पुराना कपड़ा बाजार में स्थित ढाकन लाल प्रजापति बताया कि कोरोना के चलते मिट्टी के बनाए गए खिलौने व मूर्ति का कारोबार बुरी तरह चौपट था लेकिन इस नवरात्रि मां दुर्गा इस संकट से उबारेंगी और करवा चौथ और दीपावली पर बिक्री की उम्मीद जगी है।।
बरेली से कपिल यादव