*शरीअत की पाबंदी करें, हुज़ूर से सच्ची मुहब्बत करें, यही अस्ल ईमान है – मौलाना अदनान रज़ा
*अदनान मियाँ की क़यादत में फ़रीदपुर में निकाला गया अज़ीमुश्शान जुलूस
बरेली – ईद मीलादुन्नबी के मौक़े पर ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी (आरएसी) के मुख्यालय “बैतुर्रज़ा” पर परिंदे आज़ाद करके ज़ुल्म, ज़्यादती और जहालत से आज़ादी का पैग़ाम दिया गया। इस मौक़े पर नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने कहा कि हुज़ूर सल्ललाहौअलैहेवसल्लम की मुहब्बत ही अस्ल ईमान है। इसके अलावा नबीरा-ए-आला हज़रत की क़यादत में फ़रीदपुर में आलीशान जुलूस निकाला गया।
“बैतुर्रज़ा” पर सुबह ठीक 4.39 बजे सलातो-सलाम पेश किया गया और ख़ुसूसी दुआ की गई। दिन चढ़ते ही नबीरा-ए-आला हज़रत अदनान रज़ा क़ादरी फ़रीदपुर तशरीफ़ ले गए, जहाँ पिछले कई बरसों से उनकी क़यादत में ईद मीलादुन्नबी का जुलूस निकाला जाता है। फ़रीदपुर पहुँचने पर अक़ीदतमंदों ने उनका ज़बरदस्त इस्तक़बाल किया। मुहल्ला मिर्धान पुराने इस्लामिया स्कूल के पास अदनान मियाँ ने परचम लहरा कर जुलूस की शुरुआत का इशारा किया। हाजी नवाब हुसैन ने सभी अंजुमनों को रवाना किया। यह मुबारक जुलूस बड़ी शानो-शौकत और बेहद संजीदगी के साथ गुज़रा और मेन रोड पर मस्जिद आला हज़रत पहुँचा।
दोपहर बाद आरएसी मुख्यालय “बैतुर्रज़ा” पर परिंदे आज़ाद किए गए। यहाँ हुज़ूर अदनान मियाँ ने पैग़ाम दिया कि ज़ुल्म, ज़्यादती और जहालत से आज़ादी का इकलौता रास्ता यह है कि हम शरीअत पर अमल करें और प्यारे नबी करीम सल्ललाहोलैहेवसल्लम से मुहब्बत करें। इसी से हमारा ईमान मुकम्मल होगा और हमें दीन और दुनिया की तमाम बरकतें हासिल होंगी। उन्होंने कहा कि पैग़म्बर-ए-इस्लाम सभी के लिए रहमत बनकर आए। उनकी पैरवी और उनकी मुहब्बत से दिलों को ऐसा नूर मिलता है जिससे इंसान की दुनिया और आख़िरत दोनों रोशन हो जाती हैं। इस मौक़े पर हजरत अदनान मियां के बेटे अली रज़ा ने अपने हाथ से परिंदे आजाद किए हन्नान रज़ा हनीफ अजहरी मुजफ्फर अली सय्यद मुशर्रफ हुसैन रिजवान रज़ा मोहम्मद चांद इब्ने हसन फारुख तहसीनी उवैस रज़ा खान समीर रज़ा सलमान रज़ा फहमीश रज़ा फुरकान रज़ा यूनुस रज़ा अफसार अहमद अब्दुल मोईद रज़ा रहे।
– बरेली से तकी रज़ा