फतेहगंज पूर्वी, बरेली। जनता ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक फतेहगंज पूर्वी के सुनील कुमार गुप्ता पर आपराधिक मामलों को छुपाकर फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने और करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप है। इसकी शिकायत आईजी रेंज डा. राकेश सिंह से की गई। आईजी ने सीओ को मामले में जांच कर कार्रवाई के आदेश दिये है। इज्जतनगर में 234-ए, वीर सावरकर नगर के रहने वाले मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ए/289, राजेंद्र नगर निवासी सुनील कुमार गुप्ता, ने अपने आपराधिक इतिहास को छुपाते हुए जनता ट्रांसपोर्ट फर्म का रजिस्ट्रेशन करा लिया। इसके अलावा, उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चरित्र प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, और कई सरकारी विभागों में रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया। इस पूरे मामले की शिकायत उन्होंने आईजी रेंज, बरेली से की है। उन्होंने सुनील कुमार गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। आईजी डा. राकेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच सीओ से कराई जायेगी। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाये जाने पर एफआईआर दर्ज होगी। वर्ष 2006 में डीएम के आदेश पर सुनील कुमार गुप्ता और प्रवीण कुमार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत केरोसिन की कालाबाजारी का मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी थी, लेकिन बाद में सुनील कुमार गुप्ता बरेली आकर रहने लगे। उन्होंने फतेहगंज पूर्वी के बजाय प्रेमनगर में राजेंद्रनगर का पता दिखाकर फर्जी प्रमाणपत्र बनवा लिये। सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2021 में अदालत ने उनके खिलाफ दर्ज पुराने मामले में उन्हें बरी कर दिया था। हालांकि, इस बीच उन्होंने अपने अन्य आपराधिक मुकदमों को छुपाते हुए झूठे शपथ पत्र दाखिल किए और सरकारी कागजात में हेराफेरी कर करोड़ों रुपये की गड़बड़ी की।।
बरेली से कपिल यादव