बरेली। जिले की आंवला तहसील मे आधी अधूरी तैयारी के बीच गेहूं खरीद केंद्रों पर शुरुआत हो गई है। केंद्र प्रभारियों के अनुसार अभी तक परिवहन व माल ढुलाई के ठेकेदार का चयन नहीं हुआ है। इसे लेकर केंद्र प्रभारी परेशान है। जिला एवं खाद्य विपणन विभाग गेहूं की खरीद की तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने मे जुटा हुआ है। उल्लेखनीय है कि गेहूं खरीद को लेकर शासन गंभीर है। इस बार गेहूं खरीद अधिक से अधिक खरीदने का खाका तैयार किया गया है। हर बार गेहूं को केंद्रों से एफसीआई पहुंचाने के लिए ढुलाई व परिवहन ठेकेदार का चयन किया जाता है। आपको बता दें कि तहसील आंवला मे मंडी मे चार सरकारी क्रय केंद्र खोले गए है। जिसमें सहकारी समिति, आरएफसी के दो एवं मंडी समिति के एक क्रय केंद्र पर आधी अधूरी तैयारियो के साथ किसानों से गेहूं खरीद शुरू की गई। आरएफसी के क्रय केंद्र प्रभारी प्रवेन्द्र कुमार एवं प्रशान्त कुमार ने बताया कि ठेकेदार का चयन न होने के कारण केंद्र पर गेहूं खरीद कराने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है और स्वयं ही सभी संसाधन जुटाने पढ़ रहे है। केंद्र पर प्रिंटर मशीन न होने के कारण किसानों को मजबूरन पंजीकरण का प्रिट बाहर से कराना पड़ रहा है। वहीं अन्य क्रय केंद्रों पर किसानों के पंजीकरण से संबंधित कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। मंडी समिति द्वारा खोले गए क्रय केंद्र पर किसानों को विक्रय टोकन लेने के बाद निर्धारित तिथि पर तौल नहीं कर रहे है। जिससे किसानों को रात्रि में रोकने पर मजबूर किया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि साफ क्यों होने के बाद भी सफाई के नाम पर शुक्रवार को किसान तौल का इंतजार करते देखे गए मंडी समिति के उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि मशीन का चलना खराब हो गया है उसे सही कराने के लिए भेजा गया है जबकि शासन के निर्देशानुसार यह सारी व्यवस्थाएं क्रय केंद्र शुरू होने से पूर्व में ही ठीक होनी चाहिए थी। अधूरी तैयारियों के साथ खरीद शुरू होने से किसान परेशान है।।
बरेली से कपिल यादव