बरेली। आईपीएल सट्टेबाजी में अब कुछ लोगों ने अपराधियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। आईपीएल पर सट्टा लगाने वाले नए लोगों के हारने के बाद उनसे पैसा निकलवाने के लिए अपराधियों का सहारा लिया जा रहा है। स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों को बड़ी बड़ी जीत का सपना दिखाकर उनसे दांव लगबाया जाता है और हारने के बाद पैसे देने को उन पर अपराधी दबाव बना रहे हैं। घर वालों का डर दिखा कर बच्चों का मानसिक शोषण भी किया जा रहा है। आईपीएल का सीजन शुरू होते ही सट्टेबाज सक्रिय हो जाते है। इस बार भी सट्टेबाज और फंटरों ने नए नए बच्चों को घेरकर मैच पर सट्टा लगाकर हजारों लाखों रुपए जीतने का सपना दिखाकर अपने जाल में फंसा लिया है। अब तक लगातार मैच हारने वाले नए बच्चों पर अब उनसे उगाही कराने के लिए अपराधियों का सहारा लिया जा रहा है। सट्टेबाजों ने क्षेत्र के दबंगों और अपराधियों का सहारा लेकर हारे हुए बच्चों से पैसों की उगाही करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बच्चों को तरह-तरह से सट्टेबाज ब्लैकमेल कर रहे हैं। जिस वजह से उनका मानसिक शोषण हो रहा है। माता-पिता से छुपकर सट्टा खेल रहे बच्चों पर सबसे पहले उनके माता-पिता को सट्टे की बात बताने के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा है। माता पिता के डर से बच्चे दूसरे लोगों से पैसे कर्ज पर ले कर चुका रहे है। पिछले सीजन में सट्टेबाजी के दबाव की वजह से दो छात्रों ने अपने ही घर के गहने चोरी कर सट्टेबाजों का कर्जा चुकाया था। अब बिहारीपुर का रहने वाला एक युवक 12वीं का छात्र है। वह क्षेत्र के ही रहने वाले एक सट्टेबाज से कई हजार रुपए हार चुका है। अब सट्टेबाज युवक से पैसा वापस लेने का दबाव बना रहा है। पैसा न मिलने पर अब सट्टेबाज एक हिस्ट्रीशीटर की मदद से युवक को धमका रहा है। सट्टेबाज के इशारे पर हिस्ट्रीशीटर छात्र को पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है।।
बरेली से कपिल यादव