आईजी विनोद कुमार ने किया सीधे जनता से संवाद

सम्भल- सावन का अंतिम सोमवार और ईद उल जूहा नजदीक आने पर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। क्षेत्र में शांति का माहौल बना रहे आपसी सौहार्द कायम रखे सभी से अफसरान ने आहवान किया।
बहजोई मार्ग लाडम सराय स्थित पूर्व मंत्री अकीलुरर्हमान के राॅयल पैलेस में जन संवाद गोष्ठी का आयोजन किया गया। आईजी मुरादाबाद मण्डल विनोद कुमार ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने का आहवान करते हुए आप ये न समझे कि ईद उल जूहा गैर मुस्लिमो का पर्व नही है और यह भी न समझे कि सावन का अंतिम सोमवार मुस्लिम समाज के लिए नही है, भारत मे मनाया जाने वाला हर पर्व हर धर्म वर्ग के लोगो को जोडने का काम करता है, आपस में प्रेम व भाईचारे को बढाता है। इसलिए एकजुट होकर शांतिपूर्वक एक दूसरे का सहयोग करते हुए पर्वो को मनाए। इसके बाद कप्तान यमुना प्रसाद ने पहले मुस्लिम समाज के लोगो को कांवडियो के स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और बधाई दी। उन्होने कहा कि जिस प्रकार शिवतेरस मनाई गई उसी प्रकार सावन का सोमवार भी मनाया जाना चाहिए और ईद उल जूहा पर भी हिंदू समाज के लोगो को मुस्लिमो का साथ देना चाहिए, ताकि यहां का साम्प्रदायिक सौहार्द हमेशा कायम रहे। जन संवाद गोष्ठी के दौरान आईजी ने सामने बैठी जनता को सुना और उनकी समस्याये सुनी। हिंदू मुस्लिम दोनो पक्षो के लोगो ने अपनी-अपनी समस्याओं को रखा। शहर इमाम/शाही इमाम हज़रत मौलाना आफताब हुसैन वारसी ने कहा कि अमन सुकून के माहौल बनाकर ईदुल जु़हा का पर्व मनाये किसी को अपनी ज़ात से तकलीफ ज़रा भी न होने दें। हर एक की जिम्मेदारी है कि वह क्षेत्र में शाति व सौहार्द का माहौल कायम करे। शांति समिति की बैठक में एएसपी पंकज कुमार, पांडे, सीओ सुदेश कुमार, एसडीएम दीपेन्द्र सिंह, तहसीलदार,एक्सीएन विधुत विभाग, अधिशासी अधिकारी पीडब्लूडी एवं शहर इमाम/शाही इमाम जामा मस्जिद सम्भल मौलाना आफताब हुसैन वारसी, ईदगाह इमाम मौलाना सुलेमान, इमामे ईदगाह मौलाना ज़हीरूल इस्लाम, मुफती-ए-सिरसी मौलाना आलम रजा नूरी, मदरसा अजमल उलूम के नाज़िमे आला कारी तंज़ीम अशरफ, रेयान अशरफ, नीलांशू वाष्र्णेय, सईद अख्तर, हाजी एहतेशाम, ओमवीर शर्मा, हाजी बारिफ, साद आदिल, संजय सांख्यधर, पप्पी सर्राफ, भीष्म शर्मा, फरजन्द अली वारसी, शाहिद हुसैन एड0, इक्तेदार, असद, अजय शर्मा, नीरज बजाज, निलांशु वाष्र्णेय, नाज़िर खां, सादिक एड, चारो थानाध्यक्ष एवं पत्रकार बन्धु व तमाम धार्मिक, सामजिक संगइनो के पदाधिकारी एवं नागरिक शामिल रहे।

– सम्भल अंतिम विकल्प से सैय्यद दानिश की रिपोर्ट

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