बरेली। जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) की जांच में आंवला के सरिया-सीमेंट और खाद कारोबारी के यहां एक करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इसके बाद टीम ने फिलहाल व्यापारी से 20 लाख रुपये की वसूली की है। उधर कस्बे मे कई व्यापारियों ने छापे के डर से दूसरे दिन भी अपनी दुकानों के शटर नहीं खोले। एसआईबी के डिप्टी कमिश्नर राजीव पांडेय के नेतृत्व में मंगलवार को पांच गाड़ियों से टीम ने आंवला में रामनगर रोड पर उमेश कुमार और संजीव कुमार के प्रतिष्ठान पर छापा मारा था। देर शाम तक जांच के बाद टीम लौट गई थी। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन जीएसटी ओपी चौबे ने बताया कि बुधवार को जांच पूरी हुई। फर्म के डेटा की जांच से पाया गया कि फर्म इनवर्ड सप्लाई के संबंध में जारी ई वे बिल में दर्ज वाहन नंबर पर एक ही समय एक से ज्यादा ट्रांजेक्शन कर रही है। इसके साथ माल की वास्तविक सप्लाई प्राप्त किए बिना लाखों में इनवर्ड सप्लाई दिखाई गई। फर्म के मुख्य व्यापार स्थल के साथ ब्रांच स्थलों पर भी बड़ी गड़बड़ियां मिली। नियमित रूप से टैक्स इनवॉइस जारी नही किया जाना पाया गया। लगभग एक करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई। मौके पर व्यापारी ने 20 लाख का टैक्स और अर्थ दंड जमा किया। टीम मे विकास मिश्रा, वेद प्रकाश शुक्ला, अभिषेक शुक्ला, प्रवीन माथुर, परमहंस यादव, इंद्रजीत सिंह, अमित उपाध्याय, भगवती प्रसाद आदि भी मौजूद रहे। एसआईबी के छापे की सूचना से बुधवार को दुकानदारों में खलबली का माहौल रहा। आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप के साथ कई और जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से बात की। टीम के अभिलेखों के अनुसार ही जांच करने की बात कहने पर सांसद मौके से लौट गए।।
बरेली से कपिल यादव