बरेली। जिले के सरकारी अस्पताल के रास्ते के बीच मौजूद दलदल मे फंसी प्राइवेट एंबुलेंस ने सरकारी एंबुलेंस का रास्ता रोक लिया। इस दौरान सरकारी एंबुलेंस मे मौजूद गर्भवती महिला तड़पने लगी। जिसके बाद अधिकारियाें का पसीना छूट गया। वही चालक ने दूसरे रास्ते से एंबुलेंस को अस्पताल पहुंचाया। जबकि मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने जेसीबी की मदद से प्राइवेट एंबुलेंस को बाहर निकलवाकर रास्ते को साफ कराया। दरअसल शहर के कुतुबखाना पुल निर्माण को लेकर सभी रास्ते बंद हो चुके हैं। जिला अस्पताल तक एंबुलेंस को भी आने जाने मे तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ विभाग की ओर से टीबी वार्ड की तरफ अस्थाई तौर पर दीवार तोड़कर एंबुलेंस के आने जाने के लिए एक रास्ता तैयार किया गया है लेकिन वहां दलदल होने की वजह से मरम्मत व मलवा डलवाने का काम किया जा रहा है। इसी बीच बुधवार को दोपहर एक प्राइवेट एंबुलेंस दलदल में फंस गई। जिसके बाद पीछे से आ रही सरकारी एंबुलेंस रास्ता बाधित होने के कारण जिला अस्पताल मे पहुंचने के लिए खड़ी हो गई। सरकारी एंबुलेंस प्राइवेट एंबुलेंस के निकलने का इंतजार कर ही रही थी कि सरकारी अस्पताल जो सुभाषनगर से गर्भवती महिला को लेकर जिला अस्पताल जा रही थी उसमे उपस्थित महिला की हालत बिगड़ने लगी। वह दर्द से छटपटाने लगी। इधर जगह न मिलने की वजह से चालक को मजबूरन उसे रास्ता बदलकर घंटाघर की ओर से अस्पताल लाना पड़ा। उधर मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने प्राइवेट एंबुलेंस चालक को जमकर फटकार लगाई। उसका चालान करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को भी सूचना दे दी। इधर करीब एक घंटे तक मशक्कत के बाद जेसीबी की मदद से दलदल में फंसी प्राइवेट एंबुलेंस को निकलवाया जा सका। इस दौरान फंसी एंबुलेंस को निकलवाने में अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक सभी के पसीने छूट गए।।
बरेली से कपिल यादव