वाराणसी-शिवपुर स्थित अष्टभुजी माता मंदिर प्रांगण में का भव्य वार्षिक श्रृंगार का आयोजन शनिवार को अष्टमी के दिन किया गया।सुवह से ही माँ के दर्शन को पाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी हुई थी । हजारों श्रद्धालु लंबी कतारों में लग कर माँ का दर्शन किया । रंग -विरंगे फूलफूल पतियों से माँ के दरबार को सजाया गया था ,वहीं कई भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर ढोल नगाड़ों के साथ माता के दरबार मे हाज़िरी लगाई । वहीं माँ स्वरूप कन्याओं का पूजन किया गया ,ढोल नगाड़ों ,और माता के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजयमान हो उठा। तेज धुप होने पर भी भी श्रद्धालु माँ की एक झलक पाने को कतार में लगे रहे। स्वयंसेवी संस्था ने भी अपना पूरा योगदान दिया ,ताकि आये हुए लोगों को दर्शन करने में कोई पड़ेशानी नहीं हो। वही मंदिर कमिटी द्वारा स्वच्छ पीने की पानी आदि की व्यवस्था की थी ,प्रशासन भी चुस्त – दुरूस्त नजर आये ,बीच -बीच में शिवपुर थानाध्यक्ष पवन उपाध्याय भी चक्र भ्रमण करते नजर आये। शाम ढलते ही मंदिर का नजारा देखने में और था। रंग विरंगे झालरों से मंदिर परिसर को सजाया गया था, रात्रि में माता का विशाल भगवती जागरण का आयोजन किया गया था। सर्वप्रथम गणेश वन्दना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई ,उसके बाद माँ ज्वाला का आवहन कर अखंड ज्योति दीप प्रज्वलित की गई। मेहमान कलाकारों द्वारा माता के सुन्दर गीत निमिया के डाल मईया झुलेला झूलनवा व् बमबम बोल रहा है कशी जैसे गानों को सुन श्रोता अपने आप को रोक नहीं पाये। वही कृष्ण लीला जैसी झांकियों को प्रस्तुत कर बाल कलाकारों ने बैठे हुए दर्शकों का मन मोह लिया। मंदिर कमिटी की ऒर सेआये हुए मेहमान कलाकारों और सम्मानित नागरिकों को माता की चुनरी भेंट स्वरूप प्रदान किया गया। कार्यक्रम के समापन के बाद लोगों में प्रसाद वितरण किया गया। मंदिर कमिटी के अध्यक्ष मुरारी लाल गुप्ता ने माता के महिमा के बारे में लोगों को विस्तार से बताया ,उन्होंने कहा की माँ अष्टभुजी के दरवार में जो भी आता है माँ उसकी हर इच्छा को पूरा करती है।
रिपोर्ट-अनिल गुप्ता वाराणसी