बरेली। जनपद के थाना अलीगंज क्षेत्र के कस्बे मे मोहर्रम के जुलूस को लेकर जमकर हंगामा हुआ। जहां दोनों ही समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। यहां सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स लगाई गई थी। हंगामें की सूचना पर एसपी साउथ मानुष पारीक मौके पर पहुंचे। जिसमें कुछ लोगों ने कहा कि हमारे ऊपर पत्थर फेंके गए है लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि दोनों पक्ष डीजे को लेकर आमने-सामने आए हैं। जिसमें हिंदू पक्ष के लोगों ने कहा कि बड़ा डीजे पहली बार बजाया गया है। और यह नियम विरुद्ध है। इस पर लोगों ने बीच रास्ते से डीजे नही निकलने की बात कही। करीब आधा घंटे तक जुलूस रोककर रखा। जिसमें एक जुलूस छोटे डीजे के साथ निकल चुका था। बाद में डीजे को रोक दिया गया। एसपी दक्षिण मानुष पारीक का कहना है कि दोनों पक्षों में डीजे को लेकर विवाद हुआ। छोटे डीजे के साथ जुलूस निकलवाया गया। सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स तैनात है। पथराव नहीं हुआ है। वही भोजीपुरा के जटुआ गांव में भी दो पक्षों मे जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद पुलिस ने जुलूस को निकलवाया। हुसैन कर्बला में जान देकर भी जीत गये यजीद जान लेकर भी हार गया। 10 मोहर्रम का जुलूस इमामबाड़ा वासी हैदर गढ़िया सें आरंभ हुआ। शिया समाज के लोगों ने मातम करते हुऐ लब्बैक या हुसैन के नारे लगते नवाब सहाब किला सब्जी मंडी पर जुलूस पहुंचा। जहां पर मौलाना शमशुल हसन नें इमाम हुसैन का जिक्र किया, युवाओं ने ज़जीर का मातम करते हुऐ काला इमामबाड़ा पर मौलाना महबूब हुसैन ने अपनी तकरीर में इमाम हुसैन पर कर्बला में हुए जुल्म ओ सितम को बयान कर इमाम हुसैन के छह माह के बेटे अली असगर को तीन दिन का भूखा प्यासा कर्बला में कत्ल कर दिया। जिसकी याद में शिया समाज के लोग मातम करते हैं, काले इमामबाड़ा से जुलूस कर्बला जाकर समाप्त हुआ।।
बरेली से कपिल यादव