बरेली। उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों तक फैले मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले दो अंतर्राज्यीय गिरोहों का भंडाफोड़ करते हुए बारादरी थाना पुलिस ने पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 1.657 किलो अफीम और 1.11 किलो मार्फिन बरामद की है। बरामद मादक पदार्थों की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 1.40 करोड़ रुपये है। अफीम के साथ गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ग्राम हका निवासी राजेश, सतीश और ग्राम ताजपुर नवदिया के सतेन्द्र के रूप में हुई है, जबकि, किशनपुर अलीगंज निवासी अजय फरार चल रहा है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि बारादरी पुलिस की एक टीम ने विशातरगंज के गांव ढका निवासी राजेश, सतीश और भमोरा के गांव ताजपुर के सतेंद्र को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे 1.657 किलो अफीम, दो बाइक, दो मोबाइल और 5710 रुपये बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों दोस्त हैं। रिश्तेदारी में तीनों की मुलाकात अजय से हुई तो योजना बनाई कि मजदूरी व खेतीबाड़ी को छोड़कर अफीम के काम मे ज्यादा मुनाफा है। झारखंड से लाकर एक बार उन्होंने पंजाब में अफीम बेची और मुनाफा होने पर इस धंधे में उतर गए। बीती रात तीनों यह माल बेचने डोहरा रोड से बस पकड़कर पंजाब जाने वाले थे, तभी पुलिस ने दबोच लिया। गिरोह केसरगना अजय की पुलिस तलाश कर रही है। वे लोग ये अफीम झारखंड के पलामू इलाके से लाए थे और पंजाब में रापेण ढाबे पर सप्लाई देनी थी। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि वर्ष 2025 में पूरे जिले में अब मादक पदार्थ तस्करी के 240 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में कुल 440 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। बारादरी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों गिरोह के तस्करों के मोबाइल फोन की जांच कराकर उनके नेटवर्क की जांच की जा रही है। इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर समेत अन्य कार्रवाई भी की जाएगी। वही दूसरी टीम ने विजय पेट्रोल पंप के पास से भमोरा के गांव ताजपुर नवदिया निवासी भूपराम और प्रमोद को गिरफ्तार कर 1.011 किलो मार्फीन कुंड बरामद किया। एक सदस्य फरार हो गया, जो बदायूं में थाना दातागंज के गांव वृंदावन निवासी नवनीत है। आरोपियों ने बताया कि माफींन क्रूड में अफीम मिलाकर वे स्मैक बनाकर बेचते थे। आरोपियों में शामिल राजेश गांव में दुकान चलाता है। सतीश खेती और सतेंद्र देहरादून की प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता है। आरोपियों ने बताया कि मुनाफे के लिए वे अफीम में कॉप्लान मिलाकर बेचते हैं। इसी तरह माफीन तस्कर भूपराम व प्रमोद मजदूरी करते हैं। वे दोनों नवनीत से मुलाकात के बाद इस धंधे में उतरे थे।।
बरेली से कपिल यादव
