बरेली। कोरोना को मात देने वाले शख्स को अफवाहों में न पड़ कर अपना प्लाज्मा दान करना चाहिए। कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ अस्पतालों में मरीजों की हालत किसी से छिपी नहीं है। चिकित्सक जी-जान से मरीजों को जिंदगी के लिए दिन-रात सेवा में जुटे हैं। ऐसे मे आईएमए ब्लड बैंक की अध्यक्ष डॉ अंजू उप्पल से समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी ने मुलाकात कर प्लाजमा डोनेशन को लेकर समाज मे चल रही भ्रांतियों को लेकर चर्चा की। डॉ अंजू ने बताया कि प्लाज्मा डोनेट करना पूर्णता सुरक्षित है। इससे किसी प्रकार की कोई भी दिक्कत परेशानी डोनेट करने वाले को नहीं होती है। साथ ही प्लाज्मा डोनेट करने के बाद खून मे मौजूद एंटीबॉडीज एक महीने बाद और मजबूती से ब्लड में दिखाई देते है। डॉ अंजू ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए प्लाज्मा थेरेपी कारगर है। किसी खास वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी तभी बनता है जब इंसान उससे पीड़ित होता है। जो मरीज कोरोना से अभी अभी ठीक हुआ है उसके शरीर में एंटीबॉडी बना होता है। ऐसे व्यक्ति के खून में से प्लाज्मा निकाला जाता है और प्लाज्मा में मौजूद एंटीबॉडी जब किसी दूसरे मरीज में डाला जाता है तो बीमार मरीज में वायरस कमजोर होने लगता है। साथ यह भी अपील कि सभी लोगों को आगे आकर इस कठिन दौर में प्लाजमा डोनेशन करना चाहिए ताकि कोविड-19 के मरीज की जान बचाई जा सके। मयंक शुक्ला मोटी ने कोरोना वायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं उन सभी से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील की।।
बरेली से कपिल यादव