बरेली। महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अपात्रों को विधवा पेंशन मिलने, मंडल में सैम और मैम बच्चों के चिह्नांकन में प्रगति न होने पर नाराजगी जताई। अधिकारियों से कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण से जुड़े कार्यों मे किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं होगी। सर्किट हाउस में शुक्रवार सुबह महिला कल्याण मंत्री ने गर्भवती महिलाओं लक्ष्मी देवी, आरती, स्वाति, नीरज और राजदा की गोदभराई की। शिशुओं मे हर्षिता पटेल, मिष्ठी, आराध्या, अर्थव और सिया का अन्नप्राशन भी कराया। इसके बाद मंडलीय समीक्षा बैठक में मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कन्या सुमंगला योजना के लंबित प्रकरणों को समय से निस्तारित करने का निर्देश दिया। कहा कि पात्र लाभार्थी किसी भी स्थिति में वंचित न रहे। उन्होंने इन संस्थानों की नियमित मॉनिटरिंग करने और उसकी रिपोर्ट शासन स्तर पर भेजने और आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिकाओं के पास बच्चों के मनोरंजन के लिए आकर्षक पेंटिंग और टीवी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने सैम और मैम बच्चों के चिह्नांकन में मण्डल की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को सुधार निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिए जा रहे स्मार्टफोनों की गुणवत्ता पर भी जोर दिया और कहा कि उपकरण उच्च गुणवत्ता के हों और आपूर्ति में किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए। मंत्री ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण से जुड़े कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नही होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी तरह से करें और पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ दिलाएं। मंत्री ने कहा कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव
