बिहार -मलाही टोला गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय जहां के विद्यालय का भवन क्षतिग्रस्त हो चुका है और बच्चे रेत पर पढ़ने को मजबूर हैं और जान जोखिम में डालकर पढ़ने को भी मजबूर है। इस विद्यालय में कभी ऐसी हादसा हो सकती है जो बेतिया के मिशन स्कूल में हुआ।
लेकिन प्रखंड से लेकर जिला प्रशासन तक कुंभकरण रूपी नींद में सोई हुई है इस विद्यालय पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
ऐसे विद्यालय के भवन में कैसे पढ़ेंगे बच्चे और कैसे बढ़ेंगे बच्चे।
अभी कुछ ही दिन पहले बेतिया के मिशन स्कूल में जो घटना घटी है।उसको देख कर सभी लोगो की दिलो की धड़कन दहल सी गई है।
और उसके बाद प्रसासन से लेकर पूरी बिहार की जानता कि आँखे खुली के खुली रह गईं है।ठीक उसी प्रकार इस स्कूल की स्थिती दिन-प्रतिदिन और भी दयनिय होती जा रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (लौरिया) के मुख्य सदस्य सुजीत मिश्रा ने बताया कि इस स्कूल को सुधार को लेकर उन्होंने बहुत से सरकारी दफ़्तरो का चक्कर काटा फिर भी इस समस्या का समाधान नही हुआ और यह मुद्दा वही का वही रह गया।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट
अपनी बदहाली पर आंसू बहाता लौरिया सरस्वती मंदिर के पास स्थित प्राथमिक संस्कृत विद्यालय
