उत्तराखंड /लैंसडौन : कोरोना की दूसरी लहर में जहाँ मैदानी क्षेत्रों में कई समाजसेवियों द्वारा गरीबों,बेरोजगारों विधवा महिलाओं अकेले जीवन यापन करने वाले बुजुर्गों को राशन दवाइयां आदि की मदद दी जा रही है वहीं पहाड़ के बाजारों व बाजारों के आसपास के गांवो में पुलिस द्वारा भी जरूरतमंदों को मदद दी गई।
लेकिन इसमे एक खास बात यह रही कि पिछड़े पहाड़ के उन गांवो के उन लोगो तक कोई नही पहुच सका जो राजस्व पुलिस क्षेत्र में आते हैं बुजुर्ग,विधवा बेरोजगार क्या पहाड़ के दुरस्त गाओं में नही रहते।ऐसे लोग जो समाज कल्याण विभाग की 1000 रुपये पेंशन को निकालने के लिए 400 रुपये गाड़ी का किराया देते रहे हैं ।
इस दूसरी लहर में लैंसडाउन क्षेत्र के गांवो में जरूरतमंदों के पास अनुकीर्ति गुसाईं रावत की महिला उत्थान एवं बाल कल्याण समिति द्वारा राशन दवाइयां पहुचाई गई व पूरे गांवो को सेनेटाइज भी किया गया।
आपको बता दें अभी तक ज़हरीखाल ब्लॉक के गांवो में केवल सेनेटाइज दवाईयों दी गई थी लेकिन सेनेटाइज व दवाइयों से पेट नही भरता जनाब पेट राशन से भरता है इस समय गांवो में बुजुर्ग , बेरोजगार गाड़ियों के बढ़े किराये आदि के कारण बाजार जाने से असमर्थ है जिस कारण जरूरी सामान राशन आदि परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है।
अनुकीर्ति गुसाईं रावत का कहना है कि मेरे ज़हरीखाल लैंसडाउन मेरा मायका क्षेत्र है इसलिये अपनी क्षेत्र के गांवो की स्थिति को भली पूर्वक जानती हूं मेरी तरफ से छोटी सी मदद है आपका आशीर्वाद हमेशा बना रहे आगे जितना हो सकेगा अपने लोगो की मदद करूंगी यदि कोई जरूरतमंद हमारी टीम से छूट जाता है तो मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं मैं हमेशा आपके साथ हूँ।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल