अनियंत्रित होकर यात्रियों से भरी बस 60 मीटर गहरी खाई में गिरी: 45 लोगों की मौत, कई गंभीर

उत्तराखंड /नैनीडांडा पिपली-भौन मोटर मार्ग पर यात्रियों की एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में मौके पर 45 लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार दुर्घटना आज सुबह करीब 8:45 बजे की है। यात्रियों से खचाखच भरी एक प्राइवेट बस (यूके 12सी 0159) भौन से रामनगर जा रही थी। नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर ग्वीन पुल के पास बस अनियंत्रित हो गई और खाई में गिर गई। हादसे में 45 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने घायलों को धुमाकोट अस्पताल में भर्ती कराया है और शवों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा है कि बस 28 शीटर है और उसमें संख्या से ज्यादा यात्री सवार थे। बस सड़क से करीब 60 मीटर नीचे संगुड़ी गदेरे (बरसाती नाले) में गिर गई। जिला आपदा कंट्रोल रूम ने हादसे में 45 लोगों के मरने की पुष्टि की है।
ज़िम्मेदार कौन:-
जुलाई की पहली तारीख, सुबह सुबह मनहूस खबर लेकर आई, धुमाकोट के निकट बस हादसे की फोटू में कोई भी सीटो को गिन सकता है, जिसकी कैपेसिटी 30 से ज्यादा नही हो सकती, और अब तक 47 बेकसूर यात्रियों की मौत की खबर आ चुकी है, और कई अब भी गम्भीर रूप से घायल है, खबर है कि सी एम तिरवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके है, प्रॉपर वेलेजबिल्टी न होने की वजह से त्वरित हैली सेवा भी उपलब्ध न हो सकी, सी एम ने मृतको को 2 लाख और गम्भीरो को 50 हजार की त्वरित सहायता राशि भी जारी कर दी है, खबर है कि सी एम रावत इस घटना से काफी खफा है, और जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज गिर भी सकती है, सब से बड़ा सवाल यही है कि आखिर तादाद से दुगने मुसाफिर कैसे कर रहे थे सफर, क्या पहाड़ वासियो के नसीब में अकाल मौत ही लिखी है, कौन है इसका जिम्मेदार

– सुनील चौधरी ,देहरादून

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *