बरेली। बिजली विभाग के ठेकेदार से एक लाख रुपये लेते हुए अपने कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे में कैद होने वाले अधिशासी अभियंता का बुधवार को लिफाफा लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। अधिशासी अभियंता 33 केवी वर्टिकल महावीर सिंह का अब लिफाफा लेकर फाइल पर हस्ताक्षर करने का वीडियो सामने आया है। पिछले दिनों उनका ठेकेदार से एक लाख रुपये लेने का वीडियो वायरल हुआ था। मामले में दो सदस्यों की कमेटी जांच कर रही है। जांच पूरी होने से पहले ही एक बार फिर से वह भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए है। दो मिनट 14 सेकंड का यह वीडियो अधिशासी अभियंता के कार्यालय का है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि एक व्यक्ति उनके कार्यालय में आता है। उनको एक लिफाफा देता है। यह लिफाफा वह मेज की दराज में रख लेते हैं। इसके बाद वह व्यक्ति उनके सामने एक फाइल रखता है। अधिशासी अभियंता फाइल देखते हैं और चंद सेकंड में ही उस पर हस्ताक्षर कर देते है। फाइल पर हस्ताक्षर के बाद लिफाफा देने वाला व्यक्ति चला जाता है। कुछ देर में अधिशासी अभियंता भी अपनी कुर्सी से उठते हैं और मेज की दराज से लिफाफा निकाल कर जेब में रखने के बाद कार्यालय से चले जाते है। इससे पहले 17 मई को ठेकेदार नाजिम से एक लाख रुपये लेते उनका वीडियो वायरल हुआ था। दबाव में ठेकेदार की ओर से कह दिया गया कि उसने रुपये उधार दिए थे, जो बाद में उनको वापस मिल गए। हालांकि, इस मामले में जांच के लिए मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता ग्रामीण ज्ञानेंद्र सिंह और अधिशासी अभियंता सतेंद्र चौहान को जांच सौंपी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो अधिशासी अभियंता के कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे से ही रिकार्ड हुआ है। वीडियो में उनको लिफाफा देने वाले के चेहरे को छिपा दिया गया है। इतना स्पष्ट है कि उनके कार्यालय के ही किसी कर्मचारी ने यह वीडियो वायरल किया है। इस संबंध में पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश का कहना है कि अभी यह मामला उनके संज्ञान में नही आया है।।
बरेली से कपिल यादव