बरेली। केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट के अंदर महिला को पीटना दो अधिवक्ताओ को महंगा पड़ गया। कोर्ट ने दोनों अधिवक्ताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही को उप्र बार काउन्सिल के अध्यक्ष को पत्र भेजा है। सोमवार को कचहरी की एक अदालत में एक मामले की सुनवाई चल रही थी। विपक्षी पति के अधिवक्ता अपनी महिला जूनियर अधिवक्ता के साथ बचाव पक्ष के गवाह के बयान कोर्ट में दर्ज करा रहे थे। कोर्ट में मौजूद विवाहिता जोर-जोर से बचाव पक्ष के गवाह के बारे में बोलने लगी। जज और पेशकार विवाहिता को शांत कराने लगे। आरोप है तभी अधिवक्ता और उनकी जूनियर महिला अधिवक्ता विवाहिता के साथ मारपीट करने लगे। आरोप है विवाहिता ने अधिवक्ता के ऊपर चप्पल फेंककर मारी जो उन्हें नहीं लगी। अधिवक्ता अपनी जूनियर के साथ विवाहिता को पीटते हुए कोर्ट से बाहर ले गये। आरोप है जज साहब ने अधिवक्ता को रोकने का प्रयास किया, लेकिन अधिवक्ता ने अनसुना कर दिया। कोर्ट ने अधिवक्ता के इस कृत्य को अशोभनीय मानते हुए कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही को उप्र बार काउन्सिल के अध्यक्ष को पत्र भेजा है। कोर्ट ने अपने आदेश में उप्र बार काउंसिलके अध्यक्ष से अधिवक्ता और उनकी जूनियर महिला अधिवक्ता के खिलाफ कार्यवाही करने को कहा है।।
बरेली से कपिल यादव