उत्तराखंड जनपद देहरादून के नेहरू काॅलोनी आई ब्लाक के निवासियों ने उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना के नेतृत्व में राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार से मुलाकात कर शहर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान में काॅलोनीवासियों को राहत देने की मांग की है।
श्री धस्माना ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि नेहरू काॅलोनी आई ब्लाक में नहर वाली पट्टी के साथ आवास-विकास उत्तर प्रदेश द्वारा निर्मित भवनों में रहने वाले 159 परिवारों के आवासों में अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा चिन्हींकरण का प्रकरण लाना चाहता हूं। उक्त नागरिक 90 के दशक से अपने भवनों में निवास कर रहे हैं, इनके भवनों के सामने पहले नहर हुआ करती थी जो बाद में भूमिगत कर दी गई। श्री धस्माना ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क का चैडीकरण किया गया तथा फुटपाथ तथा नालियों का निर्माण भी किया गया। नाली के बाद भवनों व नाली के बीच में रिक्त पड़ी भूमि पर 159 परिवारों द्वारा निर्माण कर लिया गया है। क्योंकि सिंचाई विभाग द्वारा कभी भी अपनी भूमि का सीमांकन नहीं किया गया। काॅलोनी वासियों द्वारा पूर्व में वर्श 1997 से शासन एवं सिंचाई विभाग से बार-बार यह अनुरोध किया गया कि सिंचाई विभाग की भूमि सर्किल रेट पर उनके नाम कर दी जाय, परन्तु बार-बार आश्वासन के बाद भी ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि दून में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान में 159 मकानों को चिन्हित कर नोटिस दिये गये हैं। श्री धस्माना ने कहा कि यदि इन मकानों को तोड़ा गया तो इन भवन स्वामियों को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ अपने परिवार का सर ढकने की भी दिक्कत आयेगी। उन्होने कहा कि उक्त सभी लोग मूल रूप से उत्तराखण्डी हैं व उनके निर्माण से यातायात में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं है तथा सभी लोग सिंचाई विभाग की भूमि को वर्तमान सर्किल रेट पर क्रय करने को तैयार हैं। श्री धस्माना ने मुख्य सचिव से कहा कि इन लोगों के आग्रह को स्वीकार कर सिंचाई विभाग की भूमि को उनको वर्तमान सर्किल रेट पर विक्रय कर दिया जाय।
मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया कि वे इस पूरे प्रकरण का परीक्षण करवाकर उचित सहायता करेंगे। प्रतिनिधिमण्डल में त्रिलोक सिंह सजवाण, महेष जोशी, कुसुम नौडियाल, मुकेश रेगमी, रिपुदमन सिंह, राजेष पाण्डे, डाॅ0 आर.सी. पन्त, विजय गुप्ता, मंजू तोमर, तेजपाल सिंह कण्डारी, दिनेष थापा, सुनीता बिष्ट आदि शामिल थे।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट