बरेली। बुधवार को आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने अजमेर पहुंचकर हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हाजिरी दी। उनके साथ आईएमसी के कई बड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे। यहां उन्होंने दरगाह कमेटी के सचिव व खादिम सैयद सरवर चिश्ती से भी मुलाकात की। मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा अकीदा है कि गरीब नवाज की दरगाह का फिरकापरस्त कुछ नही बिगाड़ सकते। दरअसल आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां उस वक्त अजमेर शरीफ की दरगाह पर हाजिरी देने पहुंचे हैं जब दरगाह के नीचे मंदिर होने का दावा किए जाने और कोर्ट में इस दावे से संबंधित याचिका स्वीकार होने के बाद देश भर हंगामा हो रहा है। अजमेर पहुंचे आईएमसी प्रमुख कहा कि ये सिर्फ नफरत फैलाने की कोशिशें हैं। उन्होंने कहा कि एक वक्त था कि जब देश भर में बम धमाके होते थे, लेकिन जब अजमेर शरीफ की दरगाह बम धमाके की चपेट में आई तो ये आखिरी बार था। उसके बाद देश भर में बम धमाके बंद हो गए। फिरकापरस्तों के मंसूबे दरगाह आकर पूरे देश भर मे फेल हो जाएंगे। वह दरगाह का कुछ नही बिगाड़ सकते। उनके साथ आईएमसी नेताओं में डॉ. नफीस, नदीम खान, डॉ. जर्रार, नसीम खान, चौधरी राशिद, अफजाल बेग आदि मौजूद रहे। वही मौलाना के साथ अजमेर पहुंचे आईएमसी नेता डॉ. नफीस तौकीर रजा के हवाले से बताया कि उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्म का भी विरोध किया है।।
बरेली से कपिल यादव