कानपुर- एक दर्द भरी प्रेम कहानी में दर दर भटक रहा है प्रेमी और हर दिन प्रताड़ित की जा रही है प्रेमिका।जिला अमेठी तहसील मुसाफिर खाना थाना शुक्ल बाजार ग्रामपंचायत संसारपुर गाँव पूरे बहादुर का निवासी बब्लू यादव की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है बब्लू और रितु का प्रेमप्रसंग करीब तीन सालों से गुपचुप तरीके से चल रहा था बब्लू कानपुर में भी रहता है ।
काम के सिलसिले में दोनों प्रेमियों ने शादी करने की सोचीं और रितु चुपके से सत्ताईस जुलाई को घर से भाग कर बब्लू से गाँव के बाहर मिली और दोनों ने कानपुर आकर आर्य समाज से शादी की इक्कतीस जुलाई को और फिर उसी दिन कोर्ट मैरिज की दो तीन तक दोनों साथ में कानपुर में रहे थाने शुक्ल बाजार से दरोगा का फोन आया कि लड़की को थाने में पेश किया जाये दरोगा ने लड़की से पूछताछ की की आप इस शादी से खुश हैं और बब्लू के साथ रहना चाहती हैं रितु ने कहा हाँ मै बब्लू के साथ ही रहूंगी इसीलिए ही तो शादी की है दरोगा जी ने कहा कुछ हमको समझो तो हम मैटर सॉल्व करवा देंगे नहीं तो दो घण्टे रुको जब एसओ साहब आएंगे तभी कुछ होगा जब एसओ साहब आये तब दोनो को बुलाया तब लड़की ने फिर वही बात कही की हम बब्लू के साथ जाना चाहते हैं ।
तब उन्होंने प्रूफ मांगा की किन कागजात के साथ आप लोगों ने शादी की है तो उसने अपना आधार कार्ड पेन कार्ड दिखाया जिसमे लड़की की जन्मतिथि 1/1/1999 है जिसके हिसाब से लड़की अपने अट्ठारह वर्ष पूरे कर चुकी है लेकिन लड़की के पिताजी उसकी मार्कशीट लाये जिसमें उसकी जन्मतिथि 7/10/2000 जिसके हिसाब से करीब दो महीने उसके अट्ठारह साल होने में बाकी हैं मार्कशीट और आधार देखने के बाद एसओ शिवाकांत पाण्डेय ने आधार की मान्यता को खारिज करते हुए मार्कशीट को तवज्जो दी तो बब्लू ने कहा साहब सरकार ने फिर आधार को क्यो मान्यता दे रखी है हर जगह तो आधार कार्ड ही पहले चलता है तो एसओ गालीगलौज करने और बोले तू मुझे बतायेगा क्या सही है क्या गलत और इस बात का समर्थन ग्राम प्रधान शिवनायक सिंह ने भी समर्थन करते हुए बब्लू के साथ गाली गलौज किया और लड़की को माँ बाप के साथ जाने को कहा तब बब्लू ने कहा अगर ऐसी बात है तो लड़की को किसी तरह प्रताड़ित नही किया जायेगा इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा तब प्रधान और एसओ ने जिम्मेदारी ली कि हाँ इसको प्रताड़ित नहीं किया जायेगा लेकिन करीब दस दिन हो चुके हैं और बब्लू का कहना है कि रितु को उसके पिताजी मल्लू रोज मारते पीटते हैं ऐसी जानकारी उसको मिलती है और न्याय के विश्वाश साथ बब्लू दर दर गुहार लगाते हुए घूम रहा है।
– प्रदीप दीक्षित कानपुर