रुड़की/हरिद्वार- ज़ीरो टॉलरेंस ज़ीरो टॉलरेंस एक ही बात केंद्र से लेकर राज्य सरकार कह रही है पर मंगलौर में गंग नहर के ऊपर बना करोड़ो रूपये की लागत का पुल भृस्टाचार की भेंट चढ़ गया । पुल का एक छोर नीचे बैठ गया है जिससे अब पुल पूरी तरह बड़े खतरे को बुलावा दे रहा है । जिसकी फिक्र न शासन को है और न प्रशासन को है ।
मंगलौर नहर पुल पर बड़ा नया पुल गत वर्ष तईयार किया गया जिसका ज़िम्मा एरा कन्ट्रक्शन कंपनी के दुवारा किया गया । राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर फ़ॉर लेन का कार्य धीमि गति से करने पर केंद्र द्वारा कुछ माह पहले एरा से ये कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर दिया गया । पर ये पुल एरा कन्ट्रक्शन के भृस्टाचार की भेंट चढ़ गया । पुल का एक हिस्सा नीचे बैठने लगा है जिससे वाहनों का आवागमन पुल पर जारी रहने से पुल की दरारे बड़ी बड़ी होती जा रही है । यही से कावड़ भी गुज़र रही है भारी वाहनों का आवगमन लगातार चल रहा है जिससे अब बड़ा खतरा बनता जा रहा है । पुल कभी भी सेकड़ो ज़िन्दगी लील सकता है जिस तरीके से उसमे दरारे ज़्यादा पड़ने लगी और पुल को जोड़ने वाला हिस्सा नीचे बैठने लगा है ।
पुल का एक छोर नीचे बैठे एक माह से अधिक का समय हो गया है पर यहाँ से गुज़रने वाले छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों को पुल में पड़ी दरारे नही दिखाई दी क्या शासन प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतेजार।
-रुड़की से इरफान अहमद की रिपोर्ट