आजमगढ़ – पिछले साल बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अधिकतर बच्चे सरकारी पुस्तकों से वंचित रहे गए थे,वहीं अधिकारियों की लापरवाही से विभाग के गोदाम में हजारों पुस्तकें डंप पड़ी रह गईं। शिकायत मिलने पर बुधवार को एसडीएम सदर प्रकाशचंद्र ने गोदाम पर छापा मारा। इस दौरान पांच हजार पुरानी पुस्तकें गोदाम में पाईं गई। इसके अलावा ब्लाकों पर भी लगभग 12 हजार पुस्तकें डंप पड़ी मिलीं। छापेमारी से बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों से लेकर खंड शिक्षा अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा।
नए शिक्षा सत्र के शुरूआत होने के बाद से अभी तक दो लाख नई पुस्तकें ही जिले में भेजी गई हैं। पुस्तकों के अभाव में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित है। इस बीच प्रयास संगठन ने जिला प्रशासन से शिकायत कर दी कि पिछले साल की पुस्तकों को बच्चों में वितरण नहीं किया गया। हजारों पुरानी पुस्तकें शिक्षा विभाग के गोदाम में डंप पड़ी हैं। इस पर जिला प्रशासन के निर्देश पर बुधवार को एसडीएम प्रकाशचंद्र ने बेसिक शिक्षा विभाग के जाफरपुर स्थित गोदाम पर छापा मारा। छापेमारी से विभाग में हड़कंप मचा रहा।
एसडीएम ने बताया कि गोदाम में लगभग पांच हजार पुरानी पुस्तकें पाई गईं हैं अभी विभाग से रिकार्ड तलब कर जांच पड़ताल की जा रही है।
दूसरी तरफ विभाग के जिम्मेदारों ने बताया कि पिछले साल की लगभग 17 हजार आठ सौ पुस्तकें बच्चों में वितरण होने से बच गईं थी। इसमें से बेसिक शिक्षा विभाग के गोदाम में पांच हजार रखी गई हैं। जबकि शेष पुस्तकें ब्लाकों पर रखी गई हैं। उन्होंने सफाई दी कि इस बार कमी पड़ने पर पिछले सत्र की पुरानी पुस्तकों का समायोजन किया जाना है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़