बरेली। जनपद के थाना इज्जतनगर पुलिस की कार्रवाई मे बुधवार को जेल भेजे गए स्मैक तस्करी के आरोपी आदेश तिवारी की मौत हार्टअटैक से हुई थी। आदेश के शव का गुरुवार की रात तीन बजे दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। इसमे हृदय मे रक्त भरा मिला। अन्य परीक्षण से पुष्ट हुआ कि मौत की वजह हार्टअटैक है। आदेश के शव का सुबह परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। एसओजी और इज्जतनगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मोहल्ला नई बस्ती सराय कस्बा फतेहगंज पश्चिमी निवासी अकरम, आसिफ, जावेद, राशिद, गांव तिलियापुर के हारुन के साथ ही गांव मनकरी निवासी आदेश तिवारी को स्मैक बनाने और उसे सप्लाई करने के आरोप में बुधवार को जेल भेजा था। बंदी आदेश से मिलने के लिए उसके बड़े भाई अंशू और भाभी गौरी गुरुवार को जिला जेल पहुंचे थे। मुलाकात स्थल पर आदेश अपने भाई और भाभी से बातचीत कर रहा था। इसी दौरान बंदी आदेश की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे जेल अस्पताल मे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आदेश की मौत पर परिजनों का गुस्सा भड़क गया और जिला अस्पताल मे जमकर हंगामा किया। एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर शुक्रवार को डॉक्टरों की पैनल ने वीडियो ग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें हार्टअटैक से मौत होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। परिजनों की तरफ से अभी तक कोई लिखित तहरीर नही दी गई है। उसकी मां सरस्वती व भाभी गौरी ने एसओजी पर उसे जानबूझकर फंसाने का आरोप लगाया। गौरी ने बताया कि आदेश सीधा-सादा युवक था। पहले देहरादून पुलिस ने उस पर फर्जी केस लदवा दिए। अब बरेली एसओजी ने उसे फंसा दिया। उन्होंने बताया कि आदेश की शादी तय हो गई थी और दो महीने बाद बरात जानी थी। घर मे शादी की तैयारियां चल रही थी। सभी लोग खुश थे और खरीदारी मे जुटे थे। अब उनके घर मे मातम है। मां सरस्वती ने बताया कि उनके तीन बेटे है। इनमें सबसे बड़े अंशुल की शादी हो चुकी है। दूसरा बेटा आदेश था और तीसरा अंकुुर है।।
बरेली से कपिल यादव