*न्यायालय के आदेशों की धाज्जियां उड़ाने में तहसीलदार अकबरपुर है माहिर
*बरवां नासिरपुर गांव में फिर दिखी तहसीलदार की मनमानी
अम्बेडकरनगर,ब्यूरो- न्यायालय के निर्देशों को धता बताकर काम करना तहसीलदार अकबरपुर के कार्यप्रणाली में शुमार हो चुका है। लगभग एक माह पूर्व टीकमपारा गांव में न्यायालय का स्थगन आदेश होने के बावजूद जबरदस्ती रास्ता खुलवाने के मामले में तहसीलदार काफी चर्चित रह चुके हैं। तहसीलदार के कृत्यों की शिकायत होने पर अपर जिलाधिकारी गिरजेश त्यागी ने भी गांव का दौरा किया था लेकिन इससे भी उनकी कार्यप्रणाली में कोई सुधार देखने को नही मिला है। सप्ताहभर पूर्व जिला मुख्यालय से सटे बरवां नासिरपुर गांव में भी उनके द्वारा कुछ ऐसा ही कृत्य अंजाम दिया गया। यहां भी न्यायालय के आदेश को दरकिनार कर तहसीलदार ने जबरन रास्ता खोलवा डाला। जानकारी के अनुसार जिस भूखण्ड पर तहसीलदार ने जबरन रास्ता खुलवाया है उस पर देवनाथ सिंह के पक्ष में 17 अक्टूबर 1989 को ही न्यायालय द्वारा आदेश दिया जा चुका है। बावजूद इसके श्यामा देवी की शिकायत पर सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं के दबाव में आकर तहसीलदार ने न्यायालय के आदेशों की धज्जी उड़ा डाली और जबरन रास्ता बनवा दिया।
अखण्ड प्रताप सिंह,ब्यूरो अम्बेडकरनगर।