आजमगढ़- जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पूर्व हुई स्कूल बस चालक की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। बस चालक की हत्या कोई और नहीं बल्कि उसके बेटे ने ही एक लाख रूपये की सुपारी देकर करायी थी। पुलिस ने हत्यारे बेटे और उसका साथ देने वाले उसके मामा को गिरफ्तार कर लिया जबकि हत्या में शामिल दोनों शूटर फरार है। आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के खोजौली नकीब गांव के रहने वाले रामबली यादव एक स्कूल में बस चलाते थे। 25 जुलाई को स्कूल से साइकिल पर सवार होकर घर वापस लौट रहे थे कि तभी अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और फरार हो गये। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। इस मामले में पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला कि मृतक रामबली का अपने बड़े भाई की पत्नी से अवैध सम्बन्ध था। इसी अवैध सम्बन्ध के चलते ही रामबली की पत्नी अपने बच्चों के साथ करीब 20 वर्ष पूर्व अपने मायके में आकर रहने लगी थी । इधर कुछ वर्षो से रामबली लगातार अपनी जमीन जायदात को भी बेंच कर रूपया अपने बड़े भाई और भाभी के नाम कर रहा था। शेष बची जमीन जायदाता को अपने हाथ निकलते देख बेटे चन्द्रशेखर ने पिता को समझाने की कोशिश की लेकिन पिता ने बेटे की बात मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद बेटे ने बची शेष जमीन और जायदात को बचाने के लिए पिता के मौत की सुपारी दे दिया। भाड़े के हत्यारों को मामा माधव यादव और भांजे चन्द्रशेखर यादव ने एक लाख रूपये में हत्या की सुपारी दी। जिसके बाद जेल से छूटे दो शूटरों ने रामबली को मौत की नींद सुला दिये। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अवैध सम्बन्ध और प्रापर्टी के विवाद को लेकर पुत्र ने सुपारी देकर भाड़े के हत्यारों से पिता को मौत की नींद सुला दिया। जिन बदमाशों ने हत्या की है वे अभी हाल में ही जेल से छूटे है। उनमें से लक्ष्मण यादव पेशेवर हत्यार है। उसके उपर 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित कर दिया गया है। पुलिस की टीमें लगी हुई है। जल्द ही उन्हे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़