मध्यप्रदेश/तेंदूखेडा – एक तरफ शासन शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है जिससे जिससे बच्चों का भविष्य उज्वल हो सके और देश में सभी को शिक्षा का लाभ मिल सके लेकिन शासन के कुछ नुमाइंदों द्वारा शिक्षा व्यवस्थाओं को ताक पर रखा जा रहा है।
जबकि आज के युग में शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व हो गया है , शिक्षा के बगैर व्यक्ति अपने जीवन में उचित फैसले नहीं ले पाता ।
तेंदूखेड़ा विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला महगवां खुर्द में बुधवार को ताला लटका मिला सूत्रों के अनुसार यहां के स्कूल शिक्षकों की मनमर्जी से ही चलते हैं।
अतिथि शिक्षक मौजूद रेगुलर शिक्षक मिले नदारत:-
वहीं महगवां खुर्द में नवीन मा.शाला में केवल एक अतिथि शिक्षक की मौजूदगी रही जिसमें दो रेगुलर शिक्षक अनुपस्थित मिले ।
अतिथि शिक्षक -आशीष साहू के बताये अनुसार विद्यालय में 123 विद्यार्थीयों के नाम दर्ज हैं जिनमें से केवल 4 छात्र ही उपस्तिथ मिले ।
ग्राम सर्वाकुही:- शासकीय प्राथमिक शाला सर्वाकुही में एक ही शिक्षक की मौजूदगी रही । एवं दो शिक्षक स्कूल से नदारद रहे जबकि स्कूल में बच्चों की संख्या (56) दर्ज है अब आप ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे उज्वल होगा ऐसे में बच्चों का भविष्य ।
और खास बात यह रही कि उपस्तिथ शिक्षक कृष्णकांत पटेल कैमरा देखते ही भड़क पड़े और स्कूल की फोटो लेने से सख्त मना करने लगे ।
पांड़ाझिर:- शासकीय प्राथमिक शाला पांडाझिर में एक भी बच्चा उपस्थित नहीं मिला शिक्षकाओ की उपस्थिति जरूर रही। उपस्थित शिक्षका रेखा कोष्ठा और रजनी चौरसिया ने बताया की 38बच्चों के नाम दर्ज हैं जबकि केवल आज 4-5 बच्चे आये थे जो अभी स्कूल से बाहर खेल रहे हैं । मध्यान्ह भोजन के बारे में बात की तो उहोंहे बताया की आज मध्यान्ह भोजन नहीं आया है ।
वहीं शासकीय माध्यमिक विद्यालय में एक शिक्षक स्कूल से नदारद रहे और एक शिक्षक की उपस्थिति रही जिसमें वह भी प्राथमिक शाला में बैठ कर गप शप में मस्त थे ।
खास बात यह रही कि मा.शा.पांडाझिर में उपस्थित शिक्षक न तो अपना नाम बताने को तैयार थे न ही अनुपस्थित शिक्षक का नाम बताया । वहीं सभी उक्त स्कूलों के शिक्षकों की अनुपस्थिति का कारण जानना चाहा तो किसी ने वेरिफिकेशन तो किसी ने तबियत का बहाना देकर पल्ला झाड़ लिया ।
रिपोर्टर ने जब खाली पड़े अस्त व्यस्त स्कूल की फोटो लेना चाही तो उन्होंने फोटो लेने से साफ इंकार कर दिया और उनके द्वारा यह भी बोला गया की एक ही गांव के हैं शिकायत नहीं होना चाहिये इससे बिल्कुल साफ प्रतीत होता है कि यह सब शिक्षा अधिकरियों की मिली भगत से हो रहा है ।
इनसे सीधी बात :-
मुझे इस बारे में कोई जानकरी नहीं शनिवार को जाकर जांच करूंगा अगर शिक्षकों द्वारा किसी भी तरह की कोताही बरती जा रही पाया गया तो निश्चित रूप से कार्यवाही करूंगा
संतोष प्रधान beo तेंदूखेड़ा
– विशाल रजक मध्यप्रदेश