बरेली। जनपद के सेंट्रल जीएसटी की एसआईबी की नोएडा व ग्रेटर नोएडा से आई टीम ने शास्त्री नगर के रहने वाले फैक्टरी संचालक तरुण अग्रवाल व वरुण अग्रवाल के घर पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान घर से पांच करोड़ की नकदी मिलने की बात सामने आई। जिसके बाद आयकर विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने गेट लॉक करके लेन-देन के अभिलेखों की जांच शुरू कर दी। शास्त्री नगर के रहने वाले कारोबारी परसाखेडा मे इलेक्ट्रानिक सामान बनाने व गद्दे बनाने की फैक्टरी चलाते है। उनका माल बरेली के बाहर भी जाता है। सूत्र बताते हैं कि सेंट्रल जीएसटी की टीम लंबे समय फर्म की निगरानी कर रही थी। लेन-देन के अभिलेख में गड़बड़ी मिलने के बाद सेंट्रल जीएसटी की टीम दोपहर में तीन गाड़ियों से कारोबारी के घर पहुंची। व्यापारी के घर पांच करोड़ की नकदी मिलने के बाद आयकर विभाग भी मामले की जांच मे जुट गई है। कारोबारी भाइयों से पूछताछ भी की जा रही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि कारोबारी ने नकदी का हिसाब व कागज दिखाने की बात टीम से कही है। कार्रवाई की जानकारी होने के बाद भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश मंत्री अनिल अग्रवाल व कई अन्य व्यापारी भी मौके पर पहुंच गए और टीम से बात भी की। अधिकारियों ने जांच पूरी होने के बाद ही कुछ भी कहने की बात कही है। नोएडा से आई जीएसटी की टीम कारोबारी के घर के बाद उनकी फैक्टरी भी जा सकती है। बताया जा रहा है कि वहां भी कारोबार से जुड़े अहम दस्तावेज मिल सकते है। हालांकि कारोबारी के घर के बाहर भी माल से लदी गाड़ी खड़ी हुई थी, जिससे अनुमान है कि माल कारोबारी के घर में भी रहता है। उद्यमी के घर पर सीजीएसटी की टीम के पहुंचने की भनक करीब तीन घंटे बाद भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों को लगी। इस पर मौके पर पहुंच कर मंडल के सदस्यों ने जांच कर रही टीम के अधिकारियों से घर पर नियम विरुद्ध जांच करने का तर्क दिया, लेकिन अधिकारियों ने कुछभी जवाब नहीं दिया। नोकझोंक मंडल के लोग वहां से चले गए। भी हुई। हालांकि, आधे घंटे बाद व्यापार मंडल के लोग वहां से चले गए।।
बरेली से कपिल यादव
