बरेली। पीएसी आठवीं बटालियन के सिपाही रवि की पत्नी मीनू की हत्या का शुक्रवार को खुलासा हो गया। पुलिस लाइन सभागार में एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने प्रेसवार्ता में बताया कि रामपुर जिले के मिलक थाने के गांव सिहारा निवासी रवि ने अपने दोस्त बिथरी चैनपुर के गांव सैदपुर खजुरिया निवासी शानू और प्रेमनगर के माधोबाड़ी निवासी जतिन के साथ मिलकर मीनू की हत्या की थी। इन तीनों ने मीनू की हत्या करना कबूल किया है। शानू कार डेंटर के तौर पर काम करता है जबकि जतिन प्राइवेट एम्बुलेंस का कर्मचारी है जो नशे के इंजेक्शन के इस्तेमाल की जानकारी रखता है। इन लोगों ने रवि से मीनू की हत्या का सौदा आठ लाख रुपये मे किया था। प्लॉट बेचने वाले बनकर ये लोग मीनू से मिले थे और सात बार जहरीला इंजेक्शन लगाकर कार मे ही मीनू की हत्या कर दी। इसके बाद शानू और जतिन फरार हो गए थे। रवि बेहोश होने का नाटक कर वही पड़ा रहा। रवि अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था। इसलिए उसने दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। रामपुर निवासी रवि आठवीं पीएसी वाहिनी मे सिपाही पद पर तैनात है। वह 23 फरवरी की दोपहर पत्नी मीनू के साथ घर से अपनी कार लेकर निकला था और पत्नी को दवा दिलाने ले जाने की बात कही थी।कुछ देर बाद उसने सिपाही दोस्त संजय को फोन पर बताया कि फरीदपुर में मंदिर के पास बदमाशों ने उन लोगों पर हमला कर दिया है। संजय वहां पहुंचे तो देखा कि कार मे मीनू पड़ी थी जबकि रवि बाग मे पड़ा मिला। निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने मीनू को मृत घोषित कर दिया था। सोमवार को मीनू के पिता ने रवि पर बेटी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने रवि और उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में ले लिया। तीनों से सख्ती से पूछताछ की गई। तीनों ने मीनू की हत्या करना कबूल किया। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने घटना के बाद रवि के नंबर की सीडीआर निकलवाई तो उससे घटना का राजफाश होता चला गया। एक नंबर से ही कई बार रवि की बात होने की पुष्टि हुई। सूत्र बताते हैं कि यह नंबर किसी महिला का है और उसी की वजह से रवि ने पत्नी को रास्ते से हटाया है। हालांकि पूछताछ में रवि ने पत्नी पर भी इसी तरह के आरोप लगाए है।।
बरेली से कपिल यादव