बरेली। मंगलवार को तड़के करीब चार बजे से शुरू हुई बारिश दोपहर दो बजे थमी। लगातार बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के कारण जकाती मोहल्ले में करीब 200 साल पुराना मकान गिर गया। इसमें कोई रहता नहीं था। सुभाषनगर क्षेत्र में भी एक जर्जर मकान धराशायी हो गया। वहीं, प्रेमनगर थाने के सामने विशाल पेड़ गिरने से काफी देर तक आवागमन बाधित रहा। गनीमत रही कि किसी भी हादसे में कोई हताहत नही हुआ। थाना सुभाषनगर क्षेत्र मे खालसा स्कूल की गली मे खन्ना बिल्डिंग के पीछे 90 वर्ष पुराना जर्जर मकान मंगलवार सुबह करीब नौ बजे अचानक भरभराकर गिर गया। मलबे की वजह से यहां दोपहर दो बजे तक आवागमन ठप रहा। प्रीतम के बेटे विनोद खुराना ने बताया कि मकान जर्जर होने की वजह से खाली पड़ा था। जो हिस्सा बचा है, उसे जल्द ही गिरवा दिया जाएगा। इस घर के पास रहने वाले राजू खुराना और उनकी पत्नी बबीता खुराना बाल-बाल बचे। गनीमत रही कि बबीता खुराना उस समय घर के बाहर थी। जिससे बड़ा हादसा टल गया। वहीं, बजरिया पूरनमल स्थित जकाती मोहल्ले में चार-पांच साल से बंद पड़े जर्जर मकान का एक हिस्सा सोमवार को रात करीब 12 बजे गिर गया। चौकीदार धनसिंह ने बताया कि जिस समय मकान गिरा वह मकान से दो कदम ही आगे थे। मलबा गिरा तो वह दूसरी ओर फंस गए। उन्होंने बताया कि खतरे की जानकारी पहले ही मकान मालिक को दी गई थी। नगर निगम को भी बताया गया था। इसके बाद भी कोई नही चेता। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में ऐसी कई पुरानी इमारतें हैं जो कभी हादसे का कारण बन सकती हैं। प्रशासन से मांग की गई है कि ऐसे भवनों का सर्वे कराकर खतरनाक भवनों को गिराने की कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में जानमाल का नुकसान न हो।।
बरेली से कपिल यादव