राजस्थान – बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर आवास से कुछ ही दूरी पर स्थित गेहूं रोड़ पर इन दिनों नजदीकी पहाड़ों से बारिश के पानी का आकर सड़क पर जल भराव और रही सही कसर नगर परिषद द्वारा बनाई गई छोटी सी नालियों का ओवरफ्लो होकर सड़क पर आकर जलभराव करें तो फिर समाधान की उम्मीद तो करना वाजिब है और क्षेत्र के लोगों की मांग को सुनकर भी अनसुना कर दिया तो फिर रामभरोसे कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
बाड़मेर शहरी क्षेत्रों में आने वाली सबसे व्यस्ततम सड़क गेहूं रोड रेलवे कुआं नम्बर तीन पर नालियों के अभाव में हो रही दुर्दशा, क्षेत्र के लोगों ने कहा कि बारिश के दौरान तो मोहल्ले का सारा गंदा पानी घरों के आगे जमा हो जाता है और पैदल आने-जाने वाले राहगीरों को बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है।
श्रवण जांगिड़ ने बताया कि वार्ड संख्या एक में रेलवे कुवां नंबर तीन में नालियों का नगर परिषद द्वारा सही निर्माण नहीं होने के कारण मोहल्ले वासीयों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार नगर परिषद के तकनीकी कर्मचारियों को निवेदन किया गया लेकिन दिया तले अन्धेरा ही मौजूद है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए सम्बंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को क्षेत्र के लोगों ने कई बार कहाँ, लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच में पीसते हुए थक गए हैं,आखिर आप ही हमारी समस्याओं का समाधान करने के लिए कलेक्टर साहब, सचिवालय और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा तक हमारी बात पहुचाओ ताकि इसका कोई उचित समन्वय स्थापित करते हुए बहुत जल्द ही निराकरण होगा।
इस मुख्य सड़क पर विधालय जाने वाले बच्चों के कपड़े भी दिनरात आने जाने वाहनों की तेज गति के कारण कीचड़ से खराब हो जाता है स्कूल जाए तो बच्चे खिलखिलाकर हसते है और वापस घर जाने पर अभिभावक कहते हैं सावधानी से जाना चाहिए लेकिन कीचड़ में जानबूझकर कौन जाने की कोशिश करता है।
इस जलभराव से परेशान क्षेत्र के लोगों की तादाद ज्यादा हैं लेकिन कहावत है कि रौए बिना माँ भी दूध नहीं पिलाया करती है बच्चे को इसलिए अब हमारे पास में किशन लाल सोनी,चेतन सुथार, महेंद्र सोनी, गोपाल सुथार, रमेश कुमार दर्जी, रमेश महेश्वरी, सवाई सिंह सोढा, राणा राम माली, प्रेम कुमार महाराज, नारायण दान चारण, ओम सिंह गेहूं, जयंत कुमार माली, दिनेश कुमार शर्मा, इकबाल खान, नरेश छींपा, लीला देवी, शोभा देवी, पप्पू देवी, श्रीकांता, रुक्मिणी देवी सहित सैकड़ों लोगों ने जिला मुख्यालय पर भी अगर ये हालत है तो फिर नगर परिषद के कर्मचारियों का भगवान् ही मालिक है।
– राजस्थान से राजूचारण