कौशाम्बी- किसानों के लंबे समय तक चले आंदोलन के बाद केंद्र सरकार किसानों के मांगों को मानने को मजबूर हुई और उसने तीन काले कानून की वापसी की घोषणा करते हुए किसानों की तमाम मांगें मान ली लेकिन उसके बाद सरकार ने कहा था कि किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस होंगे जो अभी तक वापस नहीं किया गया है जिससे किसान फिर आक्रोशित हो उठा और भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नुरुल इस्लाम के नेतृत्व में किसान जनपद मुख्यालय की सड़कों पर धरना प्रदर्शन नारेबाजी सभा करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देते हुए समस्याओं के समाधान की मांग की है किसानों ने कहा है कि सरकार अपने वादे से मुकर गई है जो किसानों के साथ धोखा है किसानों ने कहा कि सरकार को याद दिलाने की जरूरत है कि वह अपने वादे को पूरा करें वरना किसानों के पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं होगा
सरकार की वादाखिलाफी से आक्रोशित किसान यूनियन नेताओं ने किया धरना प्रदर्शन
