फतेहपुर/सिरौली – भारत परंपराओं का देश माना जाता रहा है, जहाँ लोग देवी देवताओं को खुस करने के लिये अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अजीबो गरीब मान्यता करते रहते हैं, अब इसे पारिवारिक परम्परा कहें य। अंधविस्वास, कुछ भी मान्यताओं के दौर में सब जायज है,
कुछ ऐसा ही नजारा आज फतेहपुर जनपद के सरौली गांव में देखने को मिला जहाँ स्थानीय निवासी जयचंद्र सिंह ने अपने भैंस के बच्चे का मुंडन बाजे गाजे के साथ धूम धाम से मनाया,
बताते चलें कि जैसे ही लोगों को इस बात की खबर मिली कि आज माँ दुर्गा जी मैदान में भैंस के बच्चे का मुंडन होने वाला है, तो भीड़ का तांता लग गया, देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई,मुंडन लिंक रोड में होने के कारण कई लोग तो साधन से नीचे उतरकर मुंडन देखने आए,
वही इस मामले में जब भैंस के मालिक जयचंद्र सिंह से बात की गई तो बताया कि हमारे भैंस के बच्चे मर जाते थे तो इसी लिए ये मान्यता की गई , की बच्चा जी जाए,
सम्पन्न हुवा भैंस के बच्चे का मुंडन:गाजे बाजे के साथ कराया गया मुंडन
