*जय माता दी के जय घोष से गुंजायमान हुए मंदिर कन्या पूजन भोजन करा कर लिया आशीर्वाद।
बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी – चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी एक ही दिन होने से घरों व मंदिरों में सुबह से ही गौरी एवं सिद्धार्थ जी की पूजन दर्शन की आस्था का सैलाब उमड़ा भक्तों ने मां के दोनों स्वरूपों की उपासना कर जीवन की सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की परंपरा के अनुसार जगह जगह पर कन्या पूजन और उनका भोजन कराया गया। मां दुर्गा के आठवां स्वरूप महागौरी की आराधना में लीन रहे।इनके समस्त बस्त्र एवं आभूषण आदि स्वेत है।अपने को पार्वती रुप को पाने के लिए उन्होंने कठोर तपस्या की थी। इस तपस्या से प्रशन्न होकर भगवान शिव ने उनके शरीर को गंगा के पवित्र जल से धुला था।तब से वह विधुत प्रवाह के समान अत्यन्त में पवित्रता था तब से बीमार हो गई तभी से उनका नाम महागौरी पड़ा उनकी उपासना शिव भक्तों के कष्ट हो जाते हैं मां गौरी का ध्यान सर्वाधिक कल्याणकारी है। सुबह से ही मंदिरों पर भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया सुबह विधि विधान से पूजन और देवी मां की मुरादें और शाम को मंदिरों की और भजन कीर्तन कर माहौल बना रहा। लोगों ने रविवार को भी कन्याओं को भोजन कराया और हवन पूजन करा कर मां की आराधना की।राष्ट्र जागरण युवा संगठन के साथियों ने आर्यसमाज अनाथ आश्रम में कन्या भोज का आयोजन किया इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव अमित भारद्वाज, सचिव सौरभ शर्मा, विनीत कश्यप, अनिल गुप्ता, महिला मोर्चा से श्रीमती गिरीश, रचित अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट