लखनऊ – 2013 मे वज़ीरगंज थाने मे हुए परंपरागत मजलिस पर हमले की एसआईटी रिपोर्ट की खामियों को उजागर करने के मद्देनजर शिया संगठनों की एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मौलाना हबीब हैदर ने कहा कि पूर्व की सपा सरकार ने इस दंगे के आरोपियों को बचाने और निर्दोषों को फसाने का बहुत प्रयास किया मगर मौजूदा सरकार इस जांच को निष्पक्षता से कराने को वचनबद्ध है जो एक सराहनीय कदम है।
शिया नेता शमील शम्सी ने कहा की मरहूम वेद प्रकाश के क़त्ल का झूठा मुक़दमा पिछली सरकार की शिया विरोधी नीतियों का हिस्सा है। और एसआईटी ने सच्चाई जानते हुए भी सरकार के दबाव मे आकर बेगुनाह शिया नौजवानो को अपराधी बनाने का प्रयास किया।
शमील शम्सी ने कहा की मरहूम वेद प्रकाश यादव के पिता समाजवादी पार्टी के नेताओं से संपर्क मे है और इस दंगे के मुख्य आरोपी दाऊद अहमद पूर्व सांसद व सपा के सभासद नममू आदि से मोटी रकम लेकर मामले को शिया समुदाय पर भी ठोक कर आपसी सुलाह कर गवाहों का हेर फेर करने का प्रयास करा रहे हैं। शमील शमसी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अशोक यादव की संपत्ति की ईडी से जांच कराने की मांग की। साथ ही दाऊद अहमद नममू कलीम साजिद आदि की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर ट्रायल के दौरान ज़मानत न दिए जाने की भी मांग की।
शमील शम्सी ने बताया कि किस प्रकार सरकारी शौचालय पर दाऊद नममू ने कब्ज़ा कर के अपना निजी कार गैरेज बना डाला जिसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
– सहारनपुर से शादाव आब्दी