बिहार: वैशाली(हजीपुर) जिला अंतर्गत भगवानपुर प्रखण्ड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय संस्कृत, भगवानपुर के शिक्षक महेश दास ने प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह पर जाति सूचक दुसाध-चमार कहकर गाली गलौज करने एवं दलित उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। श्री दास ने इस संबंध में एसपी वैशाली, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी भगवानपुर आदि को लिखित आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाया है।शिक्षक श्री दास का कहना है कि वे प्रखण्ड विकास पदाधिकारी भगवानपुर के पत्रांक-1531 दिनांक-14-06-2018 के आलोक में मतदान युक्तिकरण एवं पंचायत उप निर्वाचन 2018 के सफल संचालन हेतु प्रखण्ड कार्यालय मे प्रतिनियुक्त हैं।वे स्थानीय गांव के निवासी हैं और उनका पुत्र भी उसी विद्यालय के छात्र है।वे अपने पुत्र के पोषाक और छात्रवृत्ति राशि के लिए पिछले दिनांक-04-12-2018 को आधार कार्ड एवं बैंक खाता जमा करने विद्यालय गये थे।जाने के बाद देखा कि उनके पुत्र के साथ अन्य छात्र एवं कई शिक्षक गेट से बाहर सड़क पर खड़े हैं ।मैंने विद्यालय में गया तो पता चला कि प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इनलोगों को विद्यालय से बाहर निकाला गया है।प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में बैठे हुए थे, जैसे ही उनकी नजर उनपर पड़ी वे उग्र हो गयें और उन्हें भी जाति सूचक शब्द दुसाध चमार कहकर गाली देते हुए कार्यालय से भागने को कहा।प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने बच्चों के सामने ही कहा कि तुम्हारे जैसा दुसाध चमार हमारे यहाँ नौकरी करते हैं और तुम हमसे मुंह लगाते हो कहते हुए अपमानित किया एवं मेरा नौकरी खा जाने की बात कहें।इस संबंध में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह से पुछे जाने पर उन्होंने कहा कि उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक वसंत तिवारी के खिलाफ उन्हें शिकायत मिली थी कि वे हमेशा विद्यालय लेट से पहुंचते हैं एवं बच्चे को कभी अण्डा नहीं खिलाते हैं।उसी का जांच करने विद्यालय पहुंचे थे, शिकायत सही पाये जाने पर वे प्रधानाध्यापक को डांट फटकार कर रहे थे, उसी बीच महेश दास शिक्षक पहुंकर उनसे बाता बाती करने लगे।श्री सिंह ने कहा कि महेश दास शिक्षक से बाता-बाती हुई है, लेकिन गाली गलौज का आरोप बेबुनियाद हैं।
रिपोर्ट–नरेन्द्र कुमार सिंह, भगवानपुर, वैशाली।