बरेली। शहर मे पूर्व मे हुए दंगों में व्यापारियों ने भारी नुकसान झेला है। यही वजह रही कि शुक्रवार दोपहर बिहारीपुर पुलिस चौकी के पास, नौमहला मस्जिद, कोतवाली के आसपास, आजमनगर और शहामतगंज चौराहे के पास हुए बवाल के बाद शहर के व्यापारी डर गए। व्यापारियों को लगा कि कहीं पूर्व के दंगों जैसी स्थिति न हो जाए, इससे बचने के लिए जिला पंचायत रोड, इस्लामिया मार्केट, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, आलमगिरी गंज, कोतवाली रोड, इंदिरा मार्केट, घंटाघर, शहामतगंज, सिविल लाइंस आदि क्षेत्रों के बाजार बंद हो गए। कई जगहों पर दुकानों पर ग्राहक सामान खरीद रहे थे लेकिन शहर के बिगड़ते हालात देख व्यापारियों ने शटर गिराने शुरू कर दिए। जुमे की नमाज के बाद दोपहर करीब 2 बजे के बाद इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में जुट रही भीड़ को रोकने के दौरान पुलिस पर पथराव और फायरिंग के बाद लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जाने से अचानक बाजार में भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ ही देर मे अफरा तफरी का माहौल बन गया। इन दिनों त्योहार का सौजन है तो ग्राहकों की भीड़ दुकानों पर उमड़ी थी, लेकिन लाठी चार्ज का शोर सुनकर दुकानों को बंद करना पड़ा। कुछ ही देर में शहर के आधे से ज्यादा बाजारों में दुकानों के शटर गिर गए और सन्नाटा पसर गया। बाजार मे दुकानदार इधर-उधर खड़े होकर बवाल को लेकर चर्चा करने लगे और बिगड़ते हालात से त्योहारी सीजन मे कारोबार पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित दिखे। दुकानदारों के मन मे भय घर करने लगा कि अगर अन्य दिनों में भी बवाल से जुड़ी कोई अप्रिय घटना होती है तो कारोवार को काफी हद तक झटका लगेगा।।
बरेली से कपिल यादव